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दिल्ली (Delhi) के अलीपुर स्थित नेहरू एन्क्लेव में दो पेंट और केमिकल गोदाम में गुरुवार (15 फरवरी) को भीषण आग लगने से 11 लोगों की मौत हो गई और चार लोग गंभीर रूप से झुलस गये. आग लगने से झुलसे सभी चार लोगों को राजा हरिश्चंद्र अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां उनका इलाज जारी है.
फायर ब्रिगेड ने कहा, "आग दो पेंट और रासायनिक गोदामों में लगी थी, जिसके परिणामस्वरूप 11 लोगों की मौत हो गई और 4 घायल हो गए. मृतकों को बाबू जगजीवन राम अस्पताल ले जाया गया है और चार घायलों को राजा हरिश्चंद्र अस्पताल ले जाया गया है."
धमाके के कारण आसपास के कुछ घरों और दुकानों में भी आग लग गई. PTI ने बताया कि कुछ घायल व्यक्ति उन जगहों पर रहते थे.
दिल्ली अग्निशमन सेवा (DFS) के एक अधिकारी ने ANI को बताया कि घटना के बारे में शाम 5.25 बजे एक फोन आया, जिसके बाद कम से कम 22 फायर टेंडरों को आग बुझाने के लिए लगाया गया.
अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि रात नौ बजे तक आग पर काबू पा लिया गया और कूलिंग-ऑफ ऑपरेशन जारी है.
ANI से बातचीत में प्रत्यक्षदर्शी सुमित भारद्वाज ने कहा, "घटना शाम करीब 5:30 बजे की है. विस्फोट की आवाज सुनकर हर कोई यहां इकट्ठा हो गया."
दिल्ली फायर सर्विस के अनुसार, फैक्ट्री का संचालन अखिल जैन पुत्र अशोक जैन निवासी सोनीपत द्वारा किया जा रहा था.
दिल्ली फायर सर्विस ने कहा सूचना मिलने पर टीम मौके पर पहुंची और देखा कि आग पड़ोस के 'नशा मुक्ति केंद्र' समेत कई अन्य इमारतों में फैल गई है, जहां 4-5 लोग आग में फंसे हुए हैं. कांस्टेबल करमवीर, पीएस अलीपुर अपनी जान जोखिम में डालकर 'नशा मुक्ति केंद्र' के शीर्ष पर पहुंचे और फंसे हुए लोगों को बाहर निकालने में कामयाब रहे. उसे जलने सहित कई चोटें आईं और अब उसे सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
फायर बिग्रेड की तरफ से कहा गया कि एनडीआरएफ ने अग्निशमन विभाग के साथ मौके पर पहुंचकर जली हुई इमारतों में तलाशी अभियान चलाया. पेंट फैक्ट्री से कुल 11 जले हुए शव बरामद किए गए हैं, जिनमें 10 पुरुष और 1 महिला शामिल हैं. शवों को बीजेआरएम अस्पताल में सुरक्षित रखा जा रहा है और मृतकों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है।.
इस संबंध में थाना अलीपुर में मामला दर्ज कर आगे की जांच की जा रही है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घटनास्थल का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने कहा-"11 लोगों की मौत हो गई है और 4 घायल हो गए हैं. पीड़ितों के परिवारों को 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी, जो लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, उन्हें 2 लाख रुपये मिलेंगे और जिन्हें मामूली चोटें आई हैं, उन्हें 20,000 रुपये जाएंगेय आग में जलने वाली आसपास की दुकानों और घरों को भी नुकसान का आकलन कर मुआवजा दिया जाएगा."
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