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Delhi baby care Fire: दिल्ली के विवेक विहार स्थित बेबी केयर सेंटर में आग लगने से 7 बच्चों की जान चली गई. हादसा 25 मई और 26 मई की दरमियानी रात को हुआ. आधी रात को हुए इस हादसे की जांच में सामने आया कि दिल्ली सरकार स्वास्थ्य सेवा (डीजीएचएस) द्वारा बेबी केयर न्यू बॉर्न चाइल्ड हॉस्पिटल को जारी किया गया लाइसेंस 31 मार्च को ही समाप्त हो गया था. अस्पताल में जो डॉक्टर नवजात का इलाज करने के लिए थे, वह भी योग्य नहीं थे.
पुलिस ने कहा कि अस्पताल के निरीक्षण और नर्सिंग स्टाफ की जांच के दौरान पता चला कि अस्पताल में कोई आग बुझाने वाला यंत्र या आपातकालीन निकास (Emergency Exit) नहीं था. उन्होंने बताया कि दुर्घटना के समय जो डॉक्टर ड्यूटी पर था, वह नवजात का इलाज करने के लिए योग्य नहीं था. बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी (बीएएमएस) से स्नातक डॉ. आकाश को गिरफ्तार कर लिया गया है.
डीसीपी (शहादरा) सुरेंद्र चौधरी ने कहा कि अस्पताल में अनुमति से अधिक ऑक्सीजन सिलेंडर मिले. पहले हमने लापरवाही का केस दर्ज किया था. जांच और दुर्घटनास्थल का जायजा लेने के बाद हमने आईपीसी की धारा 304 और 308 के तहत मामला दर्ज किया है.
स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ( Directorate General of Health Services) या डीजीएचएस द्वारा अस्पताल को जारी किया गया लाइसेंस हादसे से लगभग दो महीने पहले ही 31 मार्च को एक्सपायर हो चुका था.
इसके अलावा, पुलिस ने कहा कि भले ही बेबी केयर सेंटर को पांच बिस्तरों की अनुमति थी, लेकिन जब आग लगी तो 12 नवजात शिशु अस्पताल में भर्ती थे.
पुलिस जांच में पता चला कि अस्पताल की तीन अन्य ब्रांच पंजाबी बाग (दिल्ली), फरीदाबाद (हरियाणा) और गुड़गांव (हरियाणा) में हैं. पीडियाट्रिक्स में डॉक्टर ऑफ मेडिसिन (एमडी) डॉ. नवीन खिची इन ब्रांच के मालिक हैं और डॉ. खिची और उनकी डेंटिस्ट पत्नी विवेक विहार का अस्पताल चलाते हैं.
दिल्ली के विवेक विहार स्थित बेबी केयर सेंटर में आग लग गई. पुलिस उपायुक्त (शाहदरा) सुरेंद्र चौधरी ने बताया "शनिवार रात करीब 11.30 बजे बेबी केयर न्यू बॉर्न अस्पताल में आग लगने के संबंध में एक पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) कॉल विवेक विहार पुलिस स्टेशन को प्राप्त हुई, जिसके बाद एक पुलिस टीम मौके पर पहुंची. मौके पर पहुंचने पर पता चला कि आग ने अस्पताल और उसके आसपास की इमारत को अपनी चपेट में ले लिया है."
डीसीपी ने कहा, ''अस्पताल में 12 नवजात शिशु भर्ती थे और एक की आग लगने की घटना से पहले ही मौत हो चुकी थी. सभी 12 नवजात शिशुओं को अन्य लोगों की मदद से अस्पताल से बचाया गया और इलाज के लिए पूर्वी दिल्ली एडवांस एनआईसीयू अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया. मृतक का पोस्टमार्टम जीटीबी अस्पताल में किया गया है"
हादसे के बाद फरार नवीन खिची को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
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