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दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामले के बीच छठ पर्व मनाने को लेकर गहमागहमी चल रही है. बीजेपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच तू-तू, मैं-मैं के बीच अब दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने छठ सार्वजनिक जगह नहीं मनाने का आदेश दिया है. उन्होंने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि कोरोना से बचने के लिए लोग सार्वजनिक जगहों पर छठ न मनाएं.
सीएम केजरीवाल ने कहा, "आज मीटिंग में सभी दलों से यही कहा कि ये समय राजनीति करने का नहीं है, इसके लिए तो पूरी जिंदगी पड़ी है. थोड़े समय के लिए राजनीति, बयानबाजी, आरोप-प्रत्यारोप को साइड कर देना चाहिए. ये वक्त राजनीति का नहीं बल्कि सेवा का है. सभी दलों ने आश्वासन दिया कि वे जनसेवा करेंगे.
उन्होंने कहा,
केजरीवाल ने आगे कहा, "कोरोना का सोचकर गुजरात, हरियाण, मुंबई में पाबंदी लगाई गई है. सरकार कितना बजट देती है, लेकिन इस बार हम ये कदम उठाने पर मजबूर हुए हैं. हम चाहते हैं कि कोरोना नहीं फैले, इसलिए आप लोगों से निवेदन है कि छठ को घर पर ही मनाएं.
बता दें कि इससे पहले छठ पर रोक की बात पर दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी ने सीएम अरविंद केजरीवाल को अपशब्द तक कह डाले थे. तिवारी ने कहा कि गाइडलाइंस के नाम पर झूठा ड्रामा किया जा रहा है. मनोज तिवारी ने बुधवार को अपने ऑफिसियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा था,
कोरोना को देखते हुए दिल्ली हाई कोर्ट ने राष्ट्रीय राजधानी में घाटों पर छठ पूजा समारोह आयोजित करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है. हाईकोर्ट का कहना है कि याचिकाकर्ता दिल्ली में कोरोना की स्थिति से अनभिज्ञ है. हाई कोर्ट ने कहा कि किसी भी धर्म के त्यौहार को मनाने के लिए आपको सबसे पहले जीवित रहना होगा.
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