Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019तिहाड़ वापस भेजे गए कन्हैया कुमार, न्यायिक हिरासत 2 मार्च को खत्म

तिहाड़ वापस भेजे गए कन्हैया कुमार, न्यायिक हिरासत 2 मार्च को खत्म

दिल्ली की एक कोर्ट ने जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार को न्यायिक हिरासत में वापस तिहाड़ जेल भेज दिया है. 

द क्विंट
भारत
Updated:


जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार (फोटो: AP)
i
जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार (फोटो: AP)
null

advertisement

दिल्ली की एक अदालत ने आज शुक्रवार को जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार को वापस तिहाड़ जेल भेज दिया है. कन्हैया कुमार की एक दिन की पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद कोर्ट ने उन्हें वापस न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया.

खालिद और अनिर्बान के साथ हुई पूछताछ

दिल्ली पुलिस ने कन्हैया कुमार का उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य से आमना-सामना कराने के लिए एक दिन की पुलिस रिमांड की मांग की थी. कन्हैया के वकील ने बताया कि पुलिस ने अदालत से कहा कि कन्हैया को आगे हिरासत में लेने की जरुरत नहीं है. इसके बाद उन्हें वापस न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.

2 मार्च को खत्म हो रही है कन्हैया की न्यायिक हिरासत

कन्हैया कुमार की न्यायिक हिरासत दो मार्च को खत्म हो रही है. अभियोजन की याचिका पर अदालत ने कल कन्हैया को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेजा था. याचिका में कहा गया था कि जेएनयू के विवादास्पद कार्यक्रम के संबंध में खालिद और अनिर्बन के बयानों में विसंगति के मद्देनजर उनका आमना सामना कराने की जरुरत है.

दो राउंड में हुई पूछताछ

पुलिस के एक सूत्र ने बताया कि सभी तीनों से एक साथ पहली बार दक्षिण दिल्ली के एक थाने में पूछताछ की गयी. उनसे दो राउंड पूछताछ हुयी. पहले राउंड में कन्हैया को अलग-अलग और फिर दूसरे राउंड में साथ में सामना कराया गया.

सूत्रों के अनुसार शाम में चार बजकर 20 मिनट के आसपास कन्हैया को आरके पुरम थाना परिसर से तिहाड ले जाया गया. पुलिस खालिद और अनिर्बान की आगे हिरासत मांग सकती है. दोनों की पुलिस हिरासत कल खत्म हो रही है. पुलिस सूत्रों ने दावा किया कि कन्हैया ने अब तक कहा है कि नौ फरवरी को विवादास्पद कार्यक्रम के समय वह अपने कमरे से तब निकले जब उन्हें दो समूहों के बीच संभावित नोक-झोंक का पता चला और उन्होंने कार्यक्रम से अपने को अलग किया.

खालिद ने देश विरोधी नारेबाजी में किसी भी तरह लिप्त होने से इंकार किया और अर्निबन ने भी पुलिस के दावों को चुनौती दी है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 26 Feb 2016,08:05 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT