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दिल्ली चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी के स्टार प्रचारक अनुराग ठाकुर और परवेश वर्मा ने शाहीन बाग को लेकर विवादित बयान दिया था, जिसके बाद चुनाव आयोग ने दोनों नेताओं का नाम स्टार प्रचारक की सूची से बाहर करने का आदेश दिया. हालांकि, दोनों नेताओं पर दिल्ली चुनाव के दौरान प्रचार करने पर बैन नहीं लगाया गया है.
बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर और परवेश वर्मा के आपत्तिजनक बयान देने के बाद भी चुनाव आयोग ने उन्हें प्रचार के लिए बैन नहीं किया है. आयोग ने उन्हें केवल स्टार प्रचारक की लिस्ट से बाहर करने का आदेश दिया है. ऐसे में वह दिल्ली चुनाव के दौरान प्रचार तो करेंगे लेकिन स्टार प्रचार की तरह नहीं.
स्टार प्रचारक की लिस्ट से बाहर होने के बाद प्रचार करने में किसी तरह का बैन नहीं लगाया जाता है, लेकिन ऐसे नेताओं के चुनाव प्रचार पर आने वाले खर्च को संबंधित उम्मीदवार के खर्च में काउंट किया जाता है. जबकि स्टार प्रचारकों का खर्च राजनीतिक पार्टी के कोटे में होती है और चुनाव में पार्टी के खर्च पर निश्चित सीमा तय नहीं की गई है.
चुनाव आयोग ने साल 2019 में चुनाव के दौरान खर्च की सीमा को बढ़ाया था. विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार को खर्च करने के लिए पहले सीमा 16 लाख रुपये था. उसे बाद में बढ़ाकर 28 लाख रुपये कर दिया गया. हालांकि, लोकसभा चुनाव में यह सीमा 70 लाख रुपये होती है.
बीजेपी सांसद परवेश वर्मा ने प्रचार के दौरान सभा में कहा था कि, अगर 11 फरवरी को बीजेपी दिल्ली में सरकार बनाती है तो एक घंटे में शाहीन बाग खाली करा दिया जाएगा. इसके बाद उन्होंने यह भी कहा, दिल्ली वाले जाग जाओ नहीं तो शाहीन बाग वाले घरों में घुसेंगे आपकी बहनों और बेटियों को उठाएंगे और बलात्कार करेंगे.
शाहीन बाग को लेकर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी विवादित बयान दिया था. दिल्ली के रिठाला में बीजेपी उम्मीदवार मनीष चौधरी के चुनाव प्रचार के दौरान कहा, 'देश के गद्दारों को...' जिसके बाद सामने मौजूद बीजेपी समर्थकों ने इस नारे को पूरा करते हुए कहा- 'गोली मारो सा*** को'.
बता दें, दिल्ली चुनाव के दौरान बीजेपी के नेता लगातार शाहीन बाग को लेकर भड़काऊ और आपत्तिजनक बयान दे रहे हैं. परवेश वर्मा और अनुराग ठाकुर के बाद पश्चिम बंगाल के बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने भी विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा, हमें इस बात से परेशानी है कि शाहीन बाग में बच्चे और महिलाएं ठंड में प्रदर्शन कर रहे हैं, फिर भी वो न बीमार पड़ रहे हैं और न ही मर रहे हैं. वहीं, गृह मंत्री अमित शाह न भी कहा था कि 'ईवीएम का बटन इतनी जोर से दबाना कि करंट से 8 फरवरी की शाम को शाहीन बाग वाले उठकर चले जाएं.
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