advertisement
यमुना नदी (Yamuna Overflow) में आए उफान के कारण दिल्ली (Delhi Rains) के कई इलाकों में पानी भर गया है, जिससे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली हाई अलर्ट पर है. जैसे ही गुरुवार, 13 जुलाई को नदी का स्तर रिकॉर्ड ऊंचाई पर पंहुचा, दिल्ली यातायात पुलिस ने एक सलाह जारी कर निवासियों को सूचित किया कि वे कुछ उन प्रमुख सड़कों पर यातायात करने से बचें, जहां पानी भर गया है.
दिल्ली में आए इस बाढ़ जैसे हालात के बीच इससे जुड़ी 10 बड़ी बातें आपको बताते हैं.
केंद्रीय जल आयोग ने अनुमान लगाया है कि गुरुवार, 13 जुलाई की शाम 4 बजे तक यमुना का जल स्तर 208.75 मीटर तक बढ़ सकता है. एक दिन पहले ही यमुना नदी ने अपने पहले दर्ज हुए उच्चतम बाढ़ स्तर 207.49 को पार कर लिया है. मंगलवार, 11 जुलाई को ही यमुना नदी का पानी खतरे के स्तर 205.33 मीटर को पार कर गया है.
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, "सीडब्ल्यूसी की भविष्यवाणी के अनुसार, (यमुना नदी का जल स्तर) आज दोपहर 3-4 बजे तक चरम पर पहुंच जाएगा और फिर नीचे जाना शुरू हो जाएगा."
हालांकि ताजा अपडेट में न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक दिल्ली में पिछले एक घंटे में यमुना नदी के जलस्तर में कोई बदलाव दर्ज नहीं किया गया. दोपहर एक बजे जलस्तर 208.62 मीटर दर्ज किया गया, दोपहर 2 बजे भी यही स्तर पाया गया.
दिल्ली के मेटकाफ रोड स्थित सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर में बाढ़ का पानी घुस गया है. न्यूज एजेंसी एएनआई से एमडी डॉ. सुरेश कुमार ने कहा यहां भर्ती 40 मरीजों को एलएनजेपी अस्पताल में स्थानांतरित किया जा रहा है, जिनमें से तीन वेंटिलेटर पर हैं.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, "स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय रविवार तक बंद रहेंगे. आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वाले कार्यालयों को छोड़कर सभी सरकारी कार्यालयों में घर से काम होगा. निजी कार्यालयों के लिए भी घर से काम करने की एडवाइजरी जारी की जा रही है."
मुख्यमंत्री का यह बयान तब आया है जब दिल्ली में जलभराव और प्रभावित क्षेत्रों में यातायात के मार्ग परिवर्तन के कारण कई स्थानों पर ट्रैफिक जाम देखा गया.
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, "यमुना में जलस्तर बढ़ने के कारण वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला वाटर प्लांट्स को बंद करना पड़ा है. इससे दिल्ली के कुछ इलाकों में पानी की कमी हो जाएगी. जैसे ही यमुना का पानी घटेगा, हम इन्हें चालू करने की कोशिश करेंगे. जितनी जल्दी हो सके.”
सीएम ने आज वजीराबाद वाटर प्लांट में हुए नुकसान का निरीक्षण किया. ANI की रिपोर्ट के अनुसार सीएम केजरीवाल ने कहा कि "दिल्ली में पहली बार, यमुना ने इस स्तर को छुआ है. इसके कारण तीन जल उपचार संयंत्र बंद कर दिए गए हैं क्योंकि पानी पंपों और मशीनों में घुस गया है... इसके कारण दिल्ली में 25 प्रतिशत पानी की आपूर्ति कम हो जाएगी. ट्यूबवेल भी बंद हैं. एक या दो दिन तक पानी की कमी हो सकती है.''
दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने दिल्ली में बाढ़ की स्थिति पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कैबिनेट मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बैठक की.
इसके साथ ही उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने शहर में बाढ़ की स्थिति पर चर्चा के लिए आज दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की एक विशेष बैठक की. बैठक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, जो डीडीएमए के उपाध्यक्ष हैं, वह भी शामिल हुए.
बैठक में शिक्षण संस्थानों को बंद करने, राशन पानी की आपूर्ति और दिल्ली में भारी वाहनों के प्रवेश को प्रतिबंधित करने का निर्णय लिया गया.
दिल्ली सरकार बाढ़ से प्रभावित यमुना के आसपास के इलाकों से लोगों को हटा रही है. दिल्ली की मंत्री आतिशी ने कहा, "30-40 स्कूलों को राहत शिविर बनाया गया है."
इस बीच, सीएम अरविंद केजरीवाल ने निचले इलाकों के निवासियों से तुरंत अपने घर खाली करने का आग्रह किया. "मैं प्रभावित इलाकों में रहने वाले लोगों से अपील करता हूं कि वे जितनी जल्दी हो सके आवश्यक सामान लेकर अपने घर खाली कर दें."
निचले इलाकों में बचाव और सुरक्षा प्रयासों के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमों को तैनात किया गया है.
NDRF के DIG मोहसिन शाहिदी ने बताया कि, "हमारी दिल्ली में 12 NDRF की टीमें तैनात हैं. बचाव कार्य जारी है और कल रात से कार्रवाई हो रही है. हमने अब तक 2,500 लोगों को अलग-अलग इलाकों से बचाया है."
एहतियात के तौर पर दिल्ली पुलिस ने 12 जुलाई को ही शहर के बाढ़ संभावित इलाकों में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी है.
अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार से हस्तक्षेप करने और हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़ने पर रोक लगाने की अपील की है. हालांकि, केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि स्थिति को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के लिए बैराज से अतिरिक्त पानी छोड़ने की आवश्यकता है.
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने ट्विटर पर बताया कि यमुना बैंक स्टेशन पहुंचने योग्य नहीं है. यह ब्लू लाइन पर एक स्टेशन है जो नोएडा और गाजियाबाद के बीच कनेक्टिंग लाइन के रूप में कार्य करता है. मेट्रो अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि इंटरचेंज सर्विस पर कोई प्रभाव नहीं है.
हिमाचल प्रदेश के उत्तर में बहुत भारी बारिश के कारण हरियाणा बैराज भर गया है. मानसून ने पहाड़ी राज्य में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है, घर ढह गए हैं और पुल बह गए हैं. इसी वजह से यमुना के आसपास के 'नाले' भी पानी से भरे हुए हैं, जिसके कारण यमुना के आसपास के इलाकों, खासकर आईएसबीटी, रिंग रोड और आईटीओ को जलभराव का सामना करना पड़ रहा है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)