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हरियाणा के कई जिलों में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के बाद शुक्रवार को गुरुग्राम जिला प्रशासन ने दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर को सील कर दिया है. दिल्ली से सटे इलाकों में लगातार पॉजिटिव केस सामने आने के बाद प्रशासन ने एहतियातन यह सख्त कदम उठाया है.
30 अप्रैल को अधिकारियों ने कई सीमाओं को सख्ती से सील करने का आदेश जारी किया था. हालांकि जारी नोटिस के अनुसार, जरूरी सामानों और सेवाओं की गाड़ियों और कुछ सरकारी अधिकारियों को बॉर्डर से आने-जाने की अनुमति अब भी मिलेगी.
इस घोषणा के साथ ही दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर शुक्रवार सुबह भारी जाम लग गया क्योंकि यात्री सील लागू होने से पहले बॉर्डर पार करने की कोशिश कर रहे थे. इनमें कई सारे लोग ऐसे हैं जो दिल्ली-एनसीआर इलाके में काम करते हैं.
28 अप्रैल को हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा था, "सोनीपत के बाद, राज्य सरकार दिल्ली से सटे गुरुग्राम और फरीदाबाद जिलों में बॉर्डर को सील करने पर विचार कर रही है. दिल्ली से सटे सभी बॉर्डर को सील करने पर विचार कर रहे हैं."
इससे पहले विज ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से दिल्ली से हरियाणा आने वाले लोगों की जांच के लिए व्यवस्था करने और लॉकडाउन पास जारी करने पर लिमिट लगाने को कहा था.
नए मामलों की पुष्टि करते हुए कोविड-19 टीम के सदस्य डॉ राम प्रकाश झा ने कहा कि दो हेल्थ स्टाफ गुरुग्राम के सेक्टर-10 के सिविल अस्पताल में और तीसरी मेंदाता अस्पताल में काम करती हैं. इससे पहले भी हेल्थ वर्कर के केस गुरुग्राम में आ चुके हैं.
गुरुग्राम में अब तक 54 पॉजिटिव केस सामने आए हैं, जिनमें 38 लोगो ठीक या डिस्चार्ज हो चुके हैं. गुरुग्राम में 26 कंटेनमेंट जोन हैं. वहीं पूरे हरियाणा में अब तक 313 पॉजिटिव केस मिले हैं, जिनमें 3 लोगों की मौत हुई है.
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