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लॉकडाउन 4.0 में कई तरह की चीजों में छूट दी गई है. राज्यों ने अपने हिसाब से दुकानें, मार्केट आदि खोलने पर फैसला किया है. लेकिन राजधानी दिल्ली में कुछ चीजों को छोड़कर लगभग हर तरह की एक्टिविटी को खोल दिया गया है. यहां बड़े मार्केट खुलने लगे हैं और प्राइवेट ऑफिसों ने अपने कर्मचारियों को बुलाना शुरू कर दिया है. पिछले दो दिनों से दिल्ली में ये छूट दी जा रही हैं, लेकिन इस दौरान कई जगह कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आईं, जो कोरोना के रहते हुए परेशान करने वाली हैं.
दिल्ली में सभी दफ्तर खोल दिए गए हैं. सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अब दिल्ली को खोलने का वक्त आ चुका है. साथ ही उन्होंने इस बार पूरे कर्मचारियों के साथ ऑफिस खोलने को मंजूरी दी है. इसके अलावा प्राइवेट व्हीकल्स को भी सड़कों पर उतरने की इजाजत दे दी गई. जिससे पहले और दूसरे दिन दिल्ली की सड़कों पर गाड़ियां रेंगती हुई नजर आईं. कई जगह घंटों तक ट्रैफिक जाम रहा.
मंगलवार को भी दिल्ली के कालिंदी कुंज और डीएनडी पर भी गाड़ियों की लंबी कतारें देखने को मिलीं. नोएडा दिल्ली बॉर्डर बंद होने के बाद भी लोग कंफ्यूजन में अपनी कार लेकर डीएनडी पहुंच गए. जिससे ट्रैफिक पुलिस को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.
दिल्ली में बड़े बाजार भी खुल चुके हैं. इन्हें फिलहाल ऑड-ईवन की तर्ज पर खोलने का फैसला लिया गया है. आधी दुकानें एक दिन और आधी दूसरे दिन खोली जा रही हैं. लेकिन बाजारों के खुलते ही लोग भी घरों से बाहर निकले और जमकर शॉपिंग की. हालांकि पहले की तरह बाजारों में उतनी भीड़ नहीं दिखी और लोग सावधानी बरतते भी नजर आए. दिल्ली के बड़े बाजारों में शामिल लाजपत नगर भी खुल चुका है, जहां लोगों को शॉपिंग करते हुए देखा गया.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भले ही सिर्फ बड़े बाजारों और मार्केट कॉम्पलैक्स के लिए ऑड-ईवन की बात कही हो, लेकिन कुछ इलाकों की छोटी दुकानों पर भी ये फॉर्मूला जबरन थोपा जा रहा है. दिल्ली के द्वारका इलाके में कुछ जगह दुकानदारों ने ऐसी शिकायत की हैं कि पुलिस उनकी दुकानों को ये कहकर बंद करवा रही है कि दिल्ली सरकार ने ऑड-ईवन की तर्ज पर दुकानों को खोलने की इजाजत दी है.
देश के सबसे बड़े थोक बाजारों में से एक दिल्ली का सदर बाजार फिलहाल नहीं खुला है. मार्केट एसोसिएशन ने फिलहाल बाजार को बंद रखने का ही फैसला किया है. यहां ईद के बाद कुछ दुकानें खुल सकती हैं. इसके अलावा दुकानों के नंबर को लेकर भी समस्या है. क्योंकि कई दुकानें ऐसी हैं, जिनका नंबर ही नहीं है, ऐसे में ऑड-ईवन को लेकर कंफ्यूजन पैदा हो सकती है.
बता दें कि दिल्ली सरकार पब्लिक ट्रांसपोर्ट और सभी दफ्तरों को खोलने जाने को लेकर विपक्ष के निशाने पर है. कहा जा रहा है कि दिल्ली में बढ़ते मामलों के बाद भी केजरीवाल सरकार ने ये खतरा मोल लिया है. वहीं अरविंद केजरीवाल का कहना है कि कोरोना अभी एक साल तक चल सकता है, ऐसे में कब तक लॉकडाउन रख सकते हैं.
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