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इस साल 11 अक्टूबर से दिल्ली मेट्रो के किराए में बढ़ोतरी कर दी गई थी. इसके बाद से हर रोज मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या में 3 लाख से ज्यादा की कमी आ गई है. RTI के एक सवाल के जवाब में इस बात की जानकारी मिली है.
अक्टूबर में किराया बढ़ने के बाद कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर जमकर नाराजगी जताई थी. इससे ठीक पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चिट्ठी लिखकर 50-50 का एक फॉर्मूला सुझाया था. दरअसल, डीएमआरसी ने कहा था कि वो किराया न बढ़ाने की मांग मान सकती है बशर्ते दिल्ली सरकार हर साल उसे 3 हजार करोड़ रुपये की भरपाई करे. इस पर केजरीवाल ने 50-50 का फॉर्मूला निकाला.
केजरीवाल ने चिट्ठी लिखकर कहा कि वो 1500 करोड़ सालाना देने को तैयार हैं. बाकी 1500 करोड़ केंद्र से देने की मांग की है. इसके अलावा केजरीवाल ने मेट्रो के अधिग्रहण में भी दिलचस्पी दिखाई थी. उनका कहना है दिल्ली सरकार खुद के दम पर मेट्रो चला सकती है. हालांकि, केन्द्र ने दोनों ही मोर्चों पर उनकी बात पर तवज्जो नहीं दी है. आपको बता दें कि डीएमआरसी में केन्द्र और दिल्ली सरकार की बराबर की हिस्सेदारी है.
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