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दिल्ली (Delhi) और इसके आस-पास के इलाके बुधवार, 31 जनवरी को घने कोहरे में लिपटे दिखे. ऊपर से हाड़ कंपा देने वाली सर्दी ने स्थिति को और खराब कर दिया है. घने कोहरे के कारण कई बार विजिबिलिटी काफी कम होकर शून्य के करीब पहुंच गई. जिसके चलते फ्लाइट्स और ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ है. वहीं वाहन-चालकों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
हालांकि, आईएमडी का अनुमान है कि अगले कुछ दिनों तक घना कोहरा छाया रहेगा, जो पंजाब से लेकर पूर्वी उत्तर प्रदेश और हरियाणा तथा दिल्ली तक फैला रहेगा.
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली की ठंड ने 13 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. दिल्ली में पिछले 13 सालों में सबसे ठंडी जनवरी में दर्ज की गई है, यहां औसत अधिकतम तापमान केवल 17.7 डिग्री सेल्सियस है, जो 2010 के बाद से सबसे कम है. वहीं न्यूनतम तापमान के लिहाज से 13 साल में ये दूसरी सबसे ठंडी जनवरी रही.
इन मौसम संबंधी बाधाओं को देखते हुए, दिल्ली हवाई अड्डे ने एडवाइजरी जारी की है. यात्रियों से फ्लाइट की जानकारी के लिए अपने संबंधित एयरलाइनों से संपर्क करने का भी अनुरोध किया है.
एडवाइजरी में कहा गया है, "दिल्ली हवाई अड्डे पर लैंडिंग और टेकऑफ जारी है, कैट III अनुपालन वाली उड़ानें प्रभावित हो सकती हैं. यात्रियों से अनुरोध है कि वे अपडेटेड फ्लाइट्स की जानकारी के लिए संबंधित एयरलाइन से संपर्क करें. किसी भी असुविधा के लिए हमें खेद है."
फ्लाइटों में देरी के अलावा, रेल सेवाओं पर भी असर पड़ा है. कोहरे के कारण कई ट्रेनें देरी से चली. अवध एक्सप्रेस जो बरौनी जंक्शन से बांद्रा टर्मिनल्स तक जाती है करीब 10 घंटे देरी से चली.
साल की शुरुआत से ही जारी शीत लहर की स्थिति ने लोगों की मुसीबतों को बढ़ा दिया है. वहीं राष्ट्रीय राजधानी में हल्की बारिश होने की उम्मीद है, जिससे लगातार जारी शीत लहर से कुछ राहत मिल सकती है.
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