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बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा के 'कांग्रेसी टूलकिट' ट्वीट पर माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर ने मैनिपुलेटेड मीडिया का टैग लगाया था, अब इस मामले में 24 मई को दिल्ली पुलिस की टीम ट्विटर के दफ्तर पहुंची. अब सोशल मीडिया पर दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर अलग-अलग तरह के रिएक्शन देखने को मिल रहे हैं. एक तरफ कांग्रेस समर्थक इसे मोदी सरकार का तानाशाही रवैया और बौखलाहट बता रहे हैं तो दूसरी तरफ बीजेपी समर्थक ट्विटर पर हो रही कार्रवाई पर खुशी से झूम रहे हैं.
कांग्रेस ने इस खबर को ट्वीट करते हुए लिखा-
पत्रकार स्वाति चतुर्वेदी ने लिखा - 'अमित शाह ट्विटर से वाकई नाराज हैं, दिल्ली पुलिस ने ट्विटर दफ्तर पर रेड कर दी. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ और ये वास्तवित नहीं लगता. नरेंद्र मोदी का सोशल मीडिया से लगाव जारी है. अब आगे क्या होगा?'
कांग्रेस समर्थक दिल्ली पुलिस की कार्रवाई को तानाशाही बता रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी इसे लॉ ऑफ द लैंड के कानून की सर्वोच्चता के तहत कार्रवाई के रूप में देख रहे हैं.
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की एक टीम ट्विटर इंडिया के दफ्तर छापेमारी करने पहुंची. हालांकि पुलिस सूत्रों का कहना है कि टीम सिर्फ नोटिस देने ट्विटर के ऑफिस गई थी.
बता दें कि बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा के टूलकिट वाले ट्वीट को ट्विटर ने मैन्युप्लेटेड बताया था. इस ट्वीट में पात्रा ने दावा किया था कि कांग्रेस ने मोदी सरकार को बदनाम करने के लिए टूलकिट तैयार किया है. इससे पहले आईटी मंत्रालय ने भी ट्विटर से बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा के ट्वीट से मैन्युप्लेटेड टैग हटाने के लिए कहा था. लेकिन ट्विटर ने इसे नहीं हटाया.
इसके पहले दिल्ली पुलिस ने बयान जारी किया था-
18 मई को बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्विटर पर एक लेटर शेयर करते हुए आरोप लगाया था कि कांग्रेस कोरोना महामारी के बहाने संगठित तौर पर प्रधानमंत्री की छवि को खराब करने के लिए अभियान चला रही है.
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