Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019दिल्ली दंगों पर फेसबुक को पीस कमेटी की फटकार - "नफरत आपको बिजनेस देता है"

दिल्ली दंगों पर फेसबुक को पीस कमेटी की फटकार - "नफरत आपको बिजनेस देता है"

दिल्ली विधानसभा की शांति समिति ने राघव चड्ढा की अध्यक्षता में फेसबुक इंडिया के अधिकारी शिवनाथ ठुकराल से सवाल पूछे

क्विंट हिंदी
भारत
Updated:
<div class="paragraphs"><p>दिल्ली दंगाः हेट पर फेसबुक के जवाब से समिति असंतुष्ट, पेश करने होंगे रिकॉर्ड</p></div>
i

दिल्ली दंगाः हेट पर फेसबुक के जवाब से समिति असंतुष्ट, पेश करने होंगे रिकॉर्ड

(फोटो- क्विंट हिन्दी)

advertisement

फेसबुक (Meta) के अधिकारी दिल्ली विधानसभा (Delhi Assembly) की शांति समिति के सामने पेश हुए. उनकी ये पेशी दिल्ली दंगो (Delhi Riots) के दौरान हेट फैलाने और इंडिया में उनके कर्मचारियों की धार्मिक संबद्धता को लेकर हुई. फेसबुक (Facebook) की तरफ से पब्लिक पॉलिसी निदेशक शिवनाथ ठुकराल दिल्ली विधानसभा की समिति के सामने पेश हुए, जिसकी अध्यक्षता आप नेता राघव चड्ढा (Raghav Chadha) कर रहे थे.

दिल्ली विधानसभा की समिति ने फेसबुक इंडिया के पब्लिक पॉलिसी निदेशक शिवनाथ ठुकराल सख्त सवाल पूछे. राघव चड्ढा ने उनसे पूछा कि फेसबुक इंडिया में काम करने वाले लोगों की धार्मिक संबद्धता क्या है? जिसके जवाब में शिवनाथ ठुकराल ने कहा कि हम धार्मिक अल्पसंख्यक कर्मचारियों की संख्या के संबंध में रिकॉर्ड नहीं रखते हैं क्योंकि कानून इसकी अनुमति नहीं देता है.

इसके बाद राघव चड्ढा ने फ़ेसबुक को अगली सुनवाई में वो डेटा पेश करने के लिए कहा जिसके तहत फेसबुक किसी हेट कंटेंट पर कर्रवाई करता है. फेसबुक से अगली सुनवाई में दिल्ली विधानसभा की समिति ने दिल्ली दंगो के दौरान दो महीने का डाटा मांगा है कि उसने कितने लोगों पर एक्शन लिया और क्यों लिया.

हेट कंटेंट पर फेसबुक इंडिया के पब्लिक पॉलिसी निदेशक शिवनाथ ठुकराल ने कहा कि

हम अपने प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल हेट फैलाने के लिए नहीं होने देना चाहते, ना ही हमारे विज्ञापनदाता ऐसा चाहते हैं. हम लगातार इस पर काम करते हैं, कंटेंट जांचने के लिए हमारे पास 40 हजार लोगों की टीम है.
शिवनाथ ठुकराल

जिस पर राघव चड्ढा ने कहा कि मुझे ऐसा नहीं लगता, क्योंकि आप बिजनेसमैन हैं और हेट आपको बिजनेस देता है. इसके बाद समिति ने सवाल किया कि क्या फेसबुक ने भारतीय संदर्भ में अभद्र भाषा को परिभाषित किया है.

इसके जवाब में ठुकराल ने सीधा जवाब ना देते हुए कहा कि, हमें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और सुरक्षा के बीच संतुलन बनाना होगा. इनपुट्स के आधार पर, भारतीय संदर्भ में हमने जाति को अभद्र भाषा में शामिल किया है.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

फेसबुक से समिति ने ये भी पूछा कि किसी शिकायत पर आप कितने समय में एक्ट करते हैं? जिसके जवाब में फेसबुक की तरफ से पब्लिक पॉलिसी निदेशक शिवनाथ ठुकराल ने कहा कि 24 घंटे के अंदर टीम शिकायत पर रिएक्ट करती है और अगर सामग्री पॉलिसी का उल्लंघ करती है तो उसे हटा दिया जाता है.

सुनवाई के बाद दिल्ली विधानसभा की शांति समिति के अध्यक्ष राघव चड्ढा ने कहा कि हम फेसबुक के जवाबों से संतुष्ट नहीं हैं. आप उल्टे-सीधे जवाब देकर कार्रवाई को प्रभावित कर रहे हैं.

फेसबुक को क्यों तलब किया गया?

दरअसल इस समिति ने शांति को प्रभावित करने वाले झूठे और भड़काऊ संदेशों के प्रसार को रोकने में सोशल मीडिया की भूमिका पर अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए फेसबुक इंडिया को तलब किया था. क्योंकि फेसबुक पर आरोप लगे थे कि उसने हेट स्पीच और फेसबुक को बढ़ावा दिया.

फरवरी 2020 में दिल्ली में दंगे हुए थे जिसमें 53 लोगों की जान चली गई थी और सैकड़ों लोग घायल हो गए थे. इन्हीं दंगो को लेकर फेसबुक की भूमिका के लिए विधानसभा की समिति बनी है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 18 Nov 2021,06:20 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT