advertisement
12वीं सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने के ऐलान के बाद अब स्नातक या कहें अंडर ग्रैजुएट कोर्ट में एडमीशन को लेकर चर्चा शुरू हो गई है. इसी बीच देश के सबसे बड़े विश्वविद्यालयों में से एक, दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला इस साल भी मेरिट के आधार पर ही होगा.
डीयू के कार्यवाहक कुलपति पीसी जोशी ने कहा,
दिल्ली यूनिवर्सिटी के चेयरपर्सन एडमीशन राजीव गुप्ता ने कहा, “सीबीएसई जो भी फॉर्मूला अपनाएगा, उसरके हिसाब से वो परिणाम घोषित करेगा. हम इसके आधार पर कट-ऑफ घोषित करेंगे.”
हर साल, डीयू ज्यादातर कोर्स में कट-ऑफ के जरिए अंडर ग्रैजुएट एडमीशन आयोजित करता है, जो काफी हद तक 12वीं के नंबर के आधार पर होता है.
यूनिवर्सिटी ने पहले यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीश (यूजीसी) को एक प्रस्ताव भेजा था, जिसके मुताबिक 50 फीसदी वेटेज क्लास 12 के नंबरों के आधार पर और बाकी को सीयूसीईटी (सेंट्रल यूनिवर्सिटीज कॉमन एंट्रेंस टेस्ट) के आधार पर दिया जा सकता है.
यह पूछे जाने पर कि क्या CUCET पर विचार किया जाएगा, DU के गुप्ता ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “जब भी ऐसा होता है हम CUCET के लिए प्रतिबद्ध हैं. वहां भी दिक्कत यह है कि राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाएं होनी हैं. अलग-अलग शहरों में स्थिति कैसी होगी और क्या यह परीक्षा आयोजित की जा सकती है, इसका जवाब देने की स्थिति में अभी कोई नहीं है. एडमीशन लेने के इच्छुक छात्रों के लिए, मौजूदा ऑपशन सबसे बेहतर है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)