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दिल्ली सरकार ने हिंसा के पीड़ितों को दिए जाने वाले मुआवजे को लेकर एक और ऐलान किया है. डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा है कि मुआवजा देने के लिए पीड़ितों का वेरिफिकेशन किया जाएगा. साथ ही, हिंसा में बर्बाद हुए स्कूलों को भी मुआवजा दिया जाएगा. सिसोदिया ने कहा कमर्शियल प्रॉपर्टी और घर में लूट होने पर FIR के आधार पर मुआवजा दिया जाएगा.
उत्तर-पूर्वी दिल्ली हिंसा में बर्बाद हुए स्कूलों को भी मुआवजा दिया जाएगा. जिन स्कूलों में 1,000 बच्चे पढ़ते हैं उन्हें 5 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा, वहीं जिन स्कूलों में 1,000 से ज्यादा बच्चे पढ़ते हैं, उन्हें 10 लाख रुपये दिए जाएंगे.
इससे पहले, दिल्ली सरकार ने राहत देते हुए ऐलान किया था कि पूरी तरह घर जलने पर 25 हजार तुरंत मुहैया कराए जाएंगे. वहीं, कि किसी की मौत पर 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा और नाबालिग की मौत पर 5 लाख रुपये दिए जाएंगे. गंभीर चोट पर 2 लाख रुपये का ऐलान किया गया था. दुकान जलने पर 5 लाख का मुआवजा मिलेगा. घर जलने पर दिल्ली सरकार किरायेदारों को भी एक लाख का मुआवजा देगी.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि घायलों का इलाज फरिश्ते स्कीम के तहत मुफ्त में होगा. उन्होंने कहा, “जो घायल लोग हैं, अगर कोई प्राइवेट हॉस्पिटल में जाकर इलाज करवाता है तो फरिश्ते स्कीम के तहत उसका इलाज होगा. जिसमें दिल्ली सरकार पूरा खर्चा उठाएगी. अब इस स्कीम में क्राइम इफेक्टेड और दंगे में घायल हुए लोग भी शामिल होंगे.”
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में 24-25 फरवरी को भड़की हिंसा में दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्सटेबल समेत 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में 254 से ज्यादा एफआईआर दर्ज की गई और 903 लोगों को गिरफ्तार या हिरासत में हैं.
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