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उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में भी बिहार के मुजफ्फरपुर शेल्टर होम रेप केस जैसी घटना सामने आई है. गर्ल्स शेल्टर होम में लड़कियों के शोषण करने और सेक्स रैकेट चलाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. पुलिस ने संस्था से 24 लड़कियों को छुड़ाकर उसे सील कर दिया है. ये मामला तब सामने आया जब शेल्टर होम से भागी लड़की पुलिस में जाकर संस्था के संचालकों पर गंभीर आरोप लगाए. ‘मां विंध्यवासिनी महिला प्रशिक्षण एवं समाज सेवा' नाम के एनजीओ की ओर से संचालित ये शेल्टर होम पिछले कई साल से चल रहा था.
मामले का खुलासा करने वाली बच्ची 10 साल की है. पुलिस को अपने बयान में उसने बताया कि उसकी मां की मौत तीन साल पहले हो गई थी. उसके बाद पिता ने दूसरी शादी करली और उसकी नानी के घर छोड़ आया. ननिहाल में भी उसे किसी ने सहारा नहीं दिया और वो लोग उस लड़की को शेल्टर होम छोड़ गए. बस तभी से वो यहां रह रही है.
महिला थाने पहुंची बच्ची ने जो आपबीती सुनाई, उसे सुनकर पुलिस के होश उड़ गए. बच्ची ने बताया, “संस्था में एक दीदी हैं. उन्हें बड़ी मैडम रात को कहीं भेजती थी. कभी लाल गाड़ी तो कभी काली गाड़ी आती थी उनको ले जाती थी. जब दीदी सुबह में आती तो सिर्फ रोती थीं. कुछ भी पूछने पर बताती नहीं थी.” लड़की ने बताया कि लड़कियों को होम शेल्टर की कोई बड़ी मैम लेकर जाती थीं.
लड़की ने अपने बयान में बताया कि होम शेल्टर में छोटी और बड़ी मैम उन्हें खूब डांटती और मारती थी. बच्चों से होम शेल्टर के अंदर झाड़ू-पोछा करवाया जाता था. न करने पर मारा-पीटा जाता था.
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आपको बता दें कि एनजीओ की लिस्ट में 42 लड़कियों के नाम दर्ज हैं, लेकिन छापे में मौके पर केवल 24 लड़कियां मिलीं. लापता लड़कियों की तलाश की जा रही है.
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