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Manipur Violence: संसद में विपक्ष द्वारा लाये गये अविश्वास प्रस्ताव (No Confidence Motion) पर चर्चा के बीच समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने महिला अपराध और मणिपुर हिंसा का मुद्दा उठाया. लोकसभा में डिंपल यादव ने कहा कि अगर वीडियो वायरल नहीं होता तो किसी को भी पता नहीं चलता कि मणिपुर में क्या हुआ है.
डिंपल यादव ने कहा, "मणिपुर में जो हुआ है, वो कोई मामूली घटना नहीं है. ये बहुत ही संवेदनशील मामला है, लेकिन सरकार का रवैया बहुत ही संवेदनहीन रहा है."
समाजवादी पार्टी सांसद ने कहा कि, "मणिपुर घटना की पूरे विश्व दुनिया में निंदा हुई. इस घटना ने देशवासियों का सिर शर्म से झुका दिया. ये एक स्टेट स्पॉन्सर्ड एथनिक वॉयलेंस है. जो वीडियो सामने आया है, उसमें महिलाओं को निर्वस्त्र किया गया. उनका रेप किया गया. इसका जिम्मेदार कौन है. हम सरकार सरकार से जानना चाहते हैं कि कितने लोगों पर कार्रवाई हुई, कितनी गिरफ्तारी हुई. क्या यह बीजेपी की राजनीतिक और नैतिक जिम्मेदारी नहीं है."
डिंपल यादव ने कहा, "हम पीएम के सामने चर्चा करना चाहते थे, लेकिन वो (पीएम) आज भी सदन में मौजूद नहीं हैं. मुख्यमंत्री का यह विशेष धर्म था कि वह हिंसा का रोकने का काम करें. यह सीमा वाला राज्य है. वहां सेना हमेशा तैनात रहती है. असम राइफल्स और बीएसएफ वहां पर है. अगर सरकार चाहती तो दो दिन में इसे कंट्रोल किया जा सकता था. लेकिन सरकार का इंटेशन सही नहीं था."
उन्होंने बीजेपी पर नफरत की राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि सरकार अहंकार में डूबी हुई है. उन्होंने सवाल किया कि क्या मणिपुर हमारा परिवार नहीं है? क्या यह हमारे देश का अंग नहीं है, तो फिर उसके साथ यह अलग व्यवहार क्यों किया जा रहा है.
डिंपल यादव ने कहा कि सत्ता पक्ष के लोग राजस्थान पर चर्चा करना चाहते हैं तो गुजरात और छत्तीसगढ़ की भी चर्चा करनी चाहिए. अगर ऐसा है तो मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की भी चर्चा जरूर करना चाहिए."
उन्होंने कहा, "NCRB के आंकड़े बताते हैं कि हर तीन घंटे में यूपी के अंदर एक महिला का शारीरिक उत्पीड़न होता है. लेकिन डबल इंजन की सरकार इस बात पर संज्ञान नहीं ले रही है."
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