advertisement
कोरोना वायरस (Covid19)महामारी के कारण दुनिया भर के रेस्टोरेंट आर्थिक रूप से प्रभावित हुए हैं. महामारी के कारण लॉकडाउन की वजह से भारतीय फूड सर्विस कारोबार (Indian food service business) में पिछले साल की तुलना में वित्त वर्ष 2021 में 53 प्रतिशत की कमी आई है.
नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा जारी की गई एक रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2021 में फूड सर्विस उद्योग में 53 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है. कारोबार का आकार वित्त वर्ष 2020 में 423,624 करोड़ रुपये के मुकाबले 200,762 करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया था. हांलाकि वित्त वर्ष 2022 में इस उद्योग के कारोबार में सुधार होने और इसका आकार 472285 करोड़ रुपये पहुंचने की उम्मीद है.
रिपोर्ट में केंद्र और नीति अधिवक्ताओं द्वारा उठाए गए उपायों का हवाला दिया गया, और उद्योग को उबारने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों को सिफारिशें भी दी गईं.सिफारिश में माल और सेवा कर पर एक इनपुट टैक्स क्रेडिट की बहाली, एक निष्पक्ष ई-कॉमर्स नीति तैयार करना, कर्मचारियों के लिए बेरोजगारी वेतन कवर, अप्रत्याशित घटना को लागू करने की अनुमति देने वाली सामान्य अधिसूचना और संचालन की अवधि के लिए लाइसेंस शुल्क का समायोजन शामिल है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)