अर्थ आवर डेः भारत समेत 172 देशों ने किया समर्थन

दुनिया के 172 देशों में मनाया गया अर्थ आवर डे, एक घंटे बिजली रही गुल

द क्विंट
भारत
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अंधेरे में डूबा दिल्ली का इंडिया गेट और मुंबई का छत्रपति शिवाजी टर्मिनल (फोटोः ANI)
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अंधेरे में डूबा दिल्ली का इंडिया गेट और मुंबई का छत्रपति शिवाजी टर्मिनल (फोटोः ANI)
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बिजली की बर्बादी को रोकने के लिए हर साल की तरह इस साल भी आज 25 मार्च को दुनियाभर में अर्थ आवर डे मनाया गया. इसके तहत रात 8:30 बजे से लेकर 9:30 तक सभी लाइटें बंद रहीं. इस मुहिम को भारत समेत 178 देशों का समर्थन मिलने की उम्मीद जताई जा रही है.

देश में भी अर्थ आवर मनाया गया. इसमें 1 घंटे के लिए मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया, छत्रपति शिवाजी टर्मिनल, दिल्ली के इंडिया गेट, राष्ट्रपति भवन और कोलकाता के हावड़ा ब्रिज की लाइटें बंद रखी गईं. लोगों से इस मुहिम में शामिल होने की अपील की गई थी. कई समाज सेवी संस्थाओं ने भी अपने स्तर पर इसे सफल बनाने के लिए सहयोग किया.

निजी बिजली कंपनी बीएसईएस ने भी अपने लगभग 40 लाख उपभोक्ताओं से रात 8:30 से 9:30 के बीच सभी लाइटें बंद रखने की अपील की थी.

क्या है अर्थ आवर?

अर्थ ऑवर वर्ल्ड वाइड फंड का एक अभियान है. इसका उद्देश्य लोगों को बिजली के महत्व के प्रति और पर्यावरण सुरक्षा के प्रति जागरुक करना है. इसकी शुरुआत आज से दस साल पहले साल 2007 में ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर से की गयी थी. इसमें लोगों से 1 घंटे के लिए सारी लाइटें बंद रखने की अपील की गई थी. इस अभियान के महत्व को समझते हुए धीरे धीरे ये और भी देशों में मनाया जाने लगा.

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Published: 25 Mar 2017,09:22 PM IST

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