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हरियाणा की राजनीति के लिए बुधवार का दिन बेहद हलचल भरा रहा. प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में हरियाणा में विपक्ष के दो नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की. पहला मामला आईएनएलडी नेता ओम प्रकाश चौटाला और दूसरा मामला कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा से जुड़ा है.
प्रवर्तन निदेशालय ने ओम प्रकाश चौटाला के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत बड़ी कार्रवाई की है. प्रवर्तन निदेशालय ने चौटाला की तेजा खेड़ा फार्म हाउस की 198 कनाल 15 मरला अचल संपत्ति को जब्त कर लिया है.
वहीं, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से जमीन घोटाला मामले में पूछताछ की है.
आय से अधिक संपत्ति मामले में INLD नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं. बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने ओम प्रकाश चौटाला के सिरसा स्थित तेजाखेड़ा फार्म हाउस पर छापेमारी की. ED की टीम सीआरपीएफ के साथ सुबह 10 बजे फार्म हाउस पहुंची और यहां दस्तावेज खंगाले. इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के सिरसा में तेजा खेड़ा स्थित फार्म हाउस को सील कर दिया.
बता दें, ओम प्रकाश चौटाला के अलावा उनके बेटे अभय चौटाला के खिलाफ भी आय से अधिक संपत्ति का मामला चल रहा है. इसी साल मई के महीने में आय से अधिक संपत्ति के मामले में चौटाला परिवार की संपत्ति की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने ओमप्रकाश चौटाला और उनके बेटे अजय और अभय की संपत्ति का विवरण मांगा था.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा से गुरुग्राम जमीन घोटाला मामले में पूछताछ की. ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हुड्डा से गुरुग्राम जमीन घोटाला मामले में मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट की धाराओं के तहत पूछताछ की जा रही है.
उन्होंने कहा कि एजेंसी ने इस साल जनवरी में सीबीआई की प्राथमिकी के आधार पर हुड्डा के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
जनवरी 2019 में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने हुड्डा, वरिष्ठ नौकरशाहों और प्रमुख बिल्डरों के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप में मामला दर्ज किया था. यह मामला गुरुग्राम (सेक्टर 58 से 63 और 65 व 66) में 1400 एकड़ भूमि में से 95 फीसदी निजी बिल्डर्स को बेचने से जुड़ा है.
हुड्डा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के एक अन्य मामले में भी जांच की जा रही है. जब वह मुख्यमंत्री थे तो उन पर एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) से जुड़े भूमि आवंटन में कथित अनियमितताओं का आरोप है.
यह मनी लॉन्ड्रिंग का मामला तत्कालीन हुड्डा सरकार द्वारा एजेएल को पंचकुला स्थित एक भूखंड के पुन: आवंटन में कथित अनियमितताओं से संबंधित है. एजेएल गांधी परिवार के सदस्यों सहित वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं द्वारा नियंत्रित है. यह समूह नेशनल हेराल्ड अखबार चलाता है.
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