Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019मद्रास HC से EC की गुहार- मौखिक टिप्पणी पर मीडिया रिपोर्टिंग रोकें

मद्रास HC से EC की गुहार- मौखिक टिप्पणी पर मीडिया रिपोर्टिंग रोकें

चुनाव आयोग ने कहा वो कि मद्रास हाईकोर्ट की मौखिक टिप्पणी पर मीडिया रिपोर्टों से व्यथित है.

क्विंट हिंदी
भारत
Published:
मद्रास हाईकोर्ट
i
मद्रास हाईकोर्ट
(फोटो: क्विंट)

advertisement

चुनाव आयोग ने मद्रास हाईकोर्ट के 'हत्या' वाले बयान के खिलाफ कोर्ट का रुख किया है. साथ ही आयोग ने कोर्ट से अनुरोध किया किय वो मीडिया को मौखिक टिप्पणियों पर रिपोर्टिंग करने से रोके. चुनाव आयोग का ये कदम मद्रास हाईकोर्ट की कुछ दिनों पहले आई टिप्पणी के बाद आया है, जिसमें कोर्ट ने कहा था कि "कोविड की दूसरी वेव के लिए चुनाव आयोग पर हत्या का केस दर्ज होना चाहिए."

चुनाव आयोग ने अपनी याचिका में कहा वो कि मद्रास हाईकोर्ट की मौखिक टिप्पणी पर मीडिया रिपोर्टों से व्यथित है.

26 अप्रैल को मद्रास हाईकोर्ट ने चुनाव करवाने को लेकर आयोग को फटकार लगाते हुए कहा था, "आपकी संस्था ही कोरोना की दूसरी लहर का एकमात्र कारण है. आपके अधिकारियों पर हत्या का मामला दर्ज होना चाहिए."

चुनाव आयोग ने कहा कि इन खबरों ने एक स्वतंत्र संवैधानिक एजेंसी के रूप में चुनाव आयोग की छवि को धूमिल किया है. आयोग ने बताया कि मीडिया में रिपोर्ट होने के बाद, पश्चिम बंगाल के डिप्टी इलेक्शन कमिश्नर पर हत्या का केस दर्ज किया गया है.

आयोग ने मांग की है कि कोर्ट मौखिक टिप्पणी की रिपोर्टिंग करने से मीडिया को रोके.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

क्या थी मद्रास हाईकोर्ट की टिप्पणी?

कोरोना वायरस संकट के दौर में आयोग ने राजनीतिक रैलियों की मंजूरी पर नाराज मद्रास हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग को फटकार लगाई थी. हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस संजीब बनर्जी ने चुनाव आयोग के वकील से कहा, "आपकी संस्था ही कोरोना की दूसरी लहर का एकमात्र कारण है."

चीफ जस्टिस ने सुनवाई के दौरान बोलते-बोलते ये तक कह दिया कि "आपके अधिकारियों पर हत्या का मामला दर्ज होना चाहिए."

हाईकोर्ट का मानना है कि चुनाव आयोग मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंस बनाए रखने, सैनेटाइजर का इस्तेमाल करने जैसे कोरोना नियमों का पालन कराने में नाकमयाब रहा है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT