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Electoral bond highest donor: 'लॉटरी किंग', बिजनेस टाइकून और केंद्रीय जांच एजेंसियों के निशाने पर रहे सैंटियागो मार्टिन (Santiago Martin) की फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड राजनीतिक पार्टियों को चंदा (Electoral bond data) देने वाली सबसे बड़ी कंपनी है.
वहीं, लॉटरी अधिनियम के प्रावधानों का उल्लंघन करके कथित तौर पर अवैध पैसे कमाने के आरोप को लेकर कंपनी को ईडी और इनकम टैक्स विभाग के कार्रवाई का भी सामना करना पड़ा.
हालांकि, ECI द्वारा जारी आंकड़ों के दो सेटों के अनुसार, यह पता करने का कोई तरीका नहीं है कि किसने किस पार्टी को दान दिया है?
चलिए जानते हैं कि फ्यूचर गेमिंग क्या है. सैंटियागो मार्टिन कौन हैं और वे क्यों लगातार ईडी के रडार पर रहे?
फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना दिसंबर 1991 में हुई थी. कंपनी को कोयंबटूर में सैंटियागो मार्टिन द्वारा रजिस्टर्ड कराया गया था.
लॉटरी के अलावा, सैंटियागो का रियल एस्टेट, निर्माण, वैकल्पिक ऊर्जा, विजयुल मीडिया एंटरटेनमेंट, कपड़ा, हॉस्पिटैलिटी, हेल्थ केयर, शिक्षा, सॉफ्टवेयर और प्रौद्योगिकी, प्रॉपर्टी डेवलपमेंट, कृषि, ऑनलाइन गेमिंग, कैसीनो और बिल्डिंग मैटेरियल के क्षेत्रों में व्यवसाय है.
उनकी वेबसाइट के अनुसार "मार्टिन को बिजनेस वर्ल्ड और इकोनॉमिक टाइम्स सहित कई समाचार पत्रों के आर्टिकल, बिजनैस मैगजीन और रिपोर्टों में उन्हें भारत में सबसे अधिक व्यक्तिगत करदाता के रूप में बताया गया है. जिन्होंने अकेले प्रति वर्ष 1 अरब रुपये तक टैक्स का भुगतान किया है."
उनकी वेबसाइट पर यह भी दावा किया गया, "अपनी सिल्वर जुबली वेडिंग एनिवर्सरी पर सैंटियागो मार्टिन और उनके परिवार को होली फादर पोप बेनेडिक्ट XVI का व्यक्तिगत आशीर्वाद मिला."
फ्यूचर गेमिंग और मार्टिन की वर्तमान में प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग सहित कई केंद्रीय एजेंसियां जांच कर रही हैं. हालांकि, कथित तौर पर मार्टिन के खिलाफ 2007 से ही सीबीआई मामले चल रहे हैं.
2000 के दशक की शुरुआत में, उन्हें द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) का करीबी माना जाता था. उन्होंने कथित तौर पर 2011 में तमिलनाडु के पूर्व सीएम करुणानिधि की एक स्क्रिप्ट पर आधारित एक फिल्म का निर्माण भी किया था. जब जे जयललिता मुख्यमंत्री थीं, उन्हें अगस्त 2011 में तमिलनाडु में कथित भूमि हड़पने के मामले में गिरफ्तार किया गया था.
2019 में, ईडी ने मार्टिन के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच शुरू की, जिसमें आरोप लगाया गया कि कंपनी और उसके सब डिस्ट्रीब्यूटर ने सिक्किम में बिना बिके लॉटरी टिकटों को अवैध रूप से पास रखा और 910 करोड़ रुपये के टॉप प्राइज हासिल करने के लिए बिना बिके टिकटों पर शीर्ष पुरस्कार का दावा करने के लिए "आपराधिक साजिश रची" थी.
जांच दौरान अप्रैल 2022 में 409.92 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच की गई, जुलाई 2022 में 173 करोड़ रुपये की संपत्ति और मई 2023 में 457 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच की गई.
अक्टूबर 2023 में, इनकम टैक्स ने इसी जांच में कोयंबटूर में मार्टिन की संपत्तियों पर रेड मारा. मार्टिन और उनके दामाद आधव अर्जुन की संपत्तियों पर अप्रैल 2023 और सितंबर 2022 में भी छापे मारे गए.
ईटीवी भारत की रिपोर्ट के अनुसार, 9 मार्च 2024 को, ईडी ने तमिलनाडु में कथित रेत खनन के मामले में 10 स्थानों पर आधव अर्जुन की संपत्तियों पर छापा मारा. दिलचस्प बात यह है कि फरवरी 2024 में, अर्जुन को दलित राजनीतिक संगठन विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके) का महासचिव नियुक्त किया गया था.
(इनपुट- इंडिया टुडे, द न्यूज मिंट, द हिंदु, इकोनॉमिक्स टाइम्स और ईटीवी भारत)
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