advertisement
जी इंटरटेनमेंट इंटरप्राइजेज लिमिटेड के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई है. शुक्रवार को इनमें 26.43 की गिरावट दर्ज हुई. जिसके बाद जी मीडिया और एसेल ग्रुप के चेयरमैन सुभाष चंद्रा ने एक ओपन लेटर लिखा है. जिसमें कुछ नकारात्मक और बाहरी ताकतों का जिक्र किया गया है, जिनकी वजह से जी इंटरटेनमेंट के स्टेक्स प्रमोटरों को नुकसान पहुंच रहा है.
इससे पहले द वायर ने एक आर्टिकल में बताया था कि सुभाष चंद्रा के एसेल ग्रुप का एक ऐसी कंपनी के साथ कनेक्शन है, जिसने नोटबंदी के दौरान करीब 3 हजार करोड़ रुपये डिपोजिट किए थे. अब इसके कुछ ही घंटों के बाद सुभाष चंद्रा ने इस पर सफाई देते हुए ओपन लेटर लिखा है.
चंद्रा ने कहा है कि उन्हें अपने एसेल ग्रुप का पूरा बकाया चुकाने के लिए जी इंटरटेनमेंट इंटरप्राइजेज लिमिटेड के स्टेक बेचने पड़ेंगे. इन्हें बेचने के बाद ही हम सही तरीके से अपना बकाया चुका पाएंगे. सुभाष चंद्रा ने कहा कि अगर कर्ज देने वाले इस पैनिक वाले हालात में रिएक्ट करते हैं तो इससे उन्हें और हमें दोनों को ही नुकसान झेलना होगा. उन्होंने कहा कि कर्ज देने वालों को इस हालत में किसी अनाड़ी की तरह रिएक्ट न करके तब तक सब्र से काम लेना होगा जब तक स्टेक पूरी तरह नहीं बिक जाते हैं.
प्रमोटरों के जी इंटरटेनमेंट (ZEEL) के स्टेक बेचने की कोशिशों पर उन्होंने कहा, मुझे पूरा यकीन है कि भारत में ऐसा कोई भी प्रमोटर नहीं है, जो अपने सिर के ताज का गहना बेचना चाहेगा. लेकिन यह काम लगातार जारी है, जिससे यही साबित होता है कि कहीं न कहीं कुछ ऐसी ताकतें शामिल हैं, जो हमें सफल होना नहीं देखना चाहती हैं.
सुभाष चंद्रा ने लिखा, नवंबर 2018 में ZEEL के प्रमोटरों ने कंपनी से अपने 50 फीसदी स्टेक बेचने की इच्छा जाहिर की थी. जिसके बाद मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि टेक कंपनियां जैसे सोनी पिक्चर्स के साथ चीन और अमेरिका की मीडिया फर्म इनके संपर्क में थी.
एसेल ग्रुप का ZEEL में 41.6 परसेंट स्टेक है. इसमें प्रमोटर्स का स्टेक करीब 12,700 करोड़ रुपये है. चंद्रा ने कहा कि सभी कंपनियां, खासतौर पर ZEEL काफी अच्छा परफॉर्म कर रही है. लेकिन प्रमोटर्स के लेवल पर ही कर्ज के हालात हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)