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क्या आपको पता है कि आज आप किनके साथ अपना जन्मदिन शेयर कर रहे हैं? आप उनके साथ न सिर्फ अपने जन्म का महीना और राशि शेयर कर रहे हैं, बल्कि ये तारीख (31 जुलाई) भी!
60 और 70 के दशक की मशहूर बॉलीवुड एक्ट्रेस मुमताज 31 जुलाई को अपना 72वां जन्मदिन मना रही हैं. मुमताज ने 'दो रास्ते', 'आप की कसम', 'प्रेम कहानी', 'दुश्मन', 'रोटी', 'फौलाद', 'आंधी और तूफान', 'टार्जन एंड किंगकांग', 'बॉक्सर', 'जवान मर्द' जैसी करीब 100 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है.
साल 1967 की फिल्म 'राम और श्याम', 1969 की फिल्म 'आदमी और इंसान' के लिए उन्होंने फिल्मफेयर बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस अवॉर्ड जीता. 1971 में उन्हें फिल्म 'खिलौना' के लिए फिल्मफेयर बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिला था.
मुमताज का जन्म 31 जुलाई के दिन साल 1947 को मुंबई में हुआ था. मुमताज ने साल 1952 में फिल्म 'संस्कार' से बतौर चाइल्ड एक्ट्रेस बॉलीवुड में डेब्यू किया. 1963 में पहली बार फिल्म 'गहरा दाग' से बतौर लीड एक्ट्रेस अपने करियर की शुरुआत की. इसके बाद मुमताज दारा सिंह, राजेश खन्ना से लेकर दिलीप कुमार जैसे महान एक्टरों के साथ अभिनय कर सफलता की सीढ़ियां चढ़ती गईं.
हिंदी और उर्दू के महान लेखक मुंशी प्रेमचंद का 31 जुलाई को 139वां जन्मदिन है. इन्हें उपन्यास सम्राट भी कहा जाता है. प्रेमचंद ने तीन सौ से भी ज्यादा कहानियां और चौदह बड़े उपन्यास लिखे हैं. कुछ चर्चित कहानियां और उपन्यास हैं 'मंत्र', 'शतरंज के खिलाड़ी', 'पूस की रात', 'बड़े घर की बेटी', 'गबन', 'गोदान', 'कर्मभूमि', 'वरदान', 'प्रेमा' आदि.
मुंशी प्रेमचंद का जन्म 31 जुलाई के दिन साल 1880 को यूपी के वाराणसी में हुआ था. इनका व्यक्तित्व बहुत ही साधारण था. इनके निधन के इतने सालों बाद भी उनकी रचनाएं ‘कफन’, ‘गबन’, ‘गोदान’, ‘ईदगाह‘ और ‘नमक का दारोगा‘ हर किसी को बचपन की याद दिलाती हैं.
भारत के मशहूर जादूगर पीसी सरकार जूनियर 31 जुलाई को 73वां जन्मदिन मना रहे हैं. जूनियर अपने जादुई कारनामों के लिए दुनियाभर में मशहूर हैं. अपने अजब-गजब जादुई कारनामों के लिए इन्हें दुनिया का सबसे बड़ा जादुई अवॉर्ड 'मर्लिन अवॉर्ड' दिया जा चुका है.
पीसी सरकार जूनियर का जन्म 31 जुलाई के दिन साल 1946 को कोलकाता में हुआ था. यूनिवर्सिटी ऑफ कलकत्ता से मनोविज्ञान में डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की. इनके पिता भी जाने माने जादूगर थे, जो पीसी सरकार सीनियर के नाम से जाने जाते थे. पीसी जूनियर ने अपने पिता से ही जादूगरी के गुर सीखे.
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