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क्या आपको पता है कि आज आप किनके साथ अपना जन्मदिन शेयर कर रहे हैं? आप उनके साथ न सिर्फ अपने जन्म का महीना और राशि शेयर कर रहे हैं, बल्कि ये तारीख (21 अक्टूबर) भी!
'बार-बार देखो, हजार बार देखो' और 'चाहे मुझे कोई जंगली कहे...' जैसे गानों को सुनकर शम्मी कपूर की तस्वीर फिल्म प्रेमियों के जहन में उतर आती है. बॉलीवुड के मस्तमौला एक्टर शम्मी कपूर अगर आज हमारे बीच होते, तो अपना 88वां जन्मदिन मना रहे होते.
शम्मी कपूर का जन्म आज ही के दिन साल 1931 को मुंबई में हुआ था. उनके पिता पृथ्वीराज कपूर भी मशहूर एक्टर थे. घर में फिल्मी माहौल होने के कारण शम्मी कपूर भी एक्टर बनने का ख्वाब देखने लगे. साल 1953 में शम्मी कपूर की पहली फिल्म 'जीवन ज्योति' रिलीज हुई थी. उसके बाद उन्होंने जंगली, तुमसा नहीं देखा, दिल देके देखो, प्यार किया तो डरना क्या, कश्मीर की कली, तीसरी मंजिल, ब्रह्मचारी जैसी 70 से ज्यादा रोमांटिक फिल्मों में काम किया.
साल 1968 में रिलीज हुई फिल्म ब्रह्मचारी (1968) के लिए शम्मी कपूर को बेस्ट एक्टर का फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला. फिल्मों में अभिनय करने के साथ-साथ शम्मी कपूर 1974 में आई फिल्म 'मनोरंजन' के निर्माता भी रहे थे. अपने अभिनय से लोगों के दिल पर राज करने वाले शम्मी कपूर 14 अगस्त 2011 को इस दुनिया को अलविदा कह गए.
भारतीय फुटबॉलर निर्मल छेत्री आज अपना 29वां जन्मदिन मना रहे हैं. निर्मल मुख्य रूप से आई-लीग में डीएसके शिवजियों के लिए एक डिफेंडर के तौर पर खेलते हैं. उनका जन्म सिक्किम के एक मेल्ली नामक शहर में हुआ था. 5 दिसंबर 2011 को उन्होंने पहली बार अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था. इस मैच में भारत ने भूटान को 5-0 से हरा दिया था.
10 साल की उम्र में छेत्री ने नामची स्पोर्ट्स हॉस्टल के साथ अपने फुटबॉल करियर की शुरुआत की थी. पांच साल बाद छेत्री 2005 में सिक्किम स्पोर्ट्स अकादमी से जुड़े. 2005-06 में अपने राज्य सिक्किम के लिए खेलने के बाद एयर इंडिया फुटबॉल टीम में शामिल हो गए. साल 2008 में छेत्री पश्चिम बंगाल फुटबॉल टीम के लिए खेले. उसके बाद सिर्फ 21 साल की उम्र 2011 में निर्मल छेत्री भारतीय राष्ट्रीय फुटबॉल टीम में शामिल हो गए.
सुरजीत सिंह बरनाला एक भारतीय नेता थे. उनका जन्म आज ही के दिन साल 1925 में हरियाणा के अटेली में हुआ था. बरनाला पंजाब के 11वें मुख्यमंत्री रह चुके हैं.
सुरजीत सिंह बरनाला ने साल 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में हिस्सा लिया था. उसके बाद राजनीति में उतर आए. शिरोमणि अकाली दल के नेतृत्व में साल 1985-1987 के बीच सुरजीत पंजाब के मुख्यमंत्री रहें. 1990-91 और 2004-2011 के बीच तमिलनाडु, 2003-04 के बीच आंध्र प्रदेश के राज्यपाल रहे. नवगठित राज्य उत्तरांचल (अब उत्तराखंड) के पहले राज्यपाल (नवंबर 2000 से जनवरी 2003) बने. उन्होंने राज्यपाल के रूप में ओडिशा का भी अतिरिक्त प्रभार संभाला था. इसके अलावा अंडमान-निकोबार और पुदुच्चेरी के उप-राज्यपाल भी रहे.
मोरारजी देसाई की जनता पार्टी की सरकार में केंद्रीय कृषि मंत्री, जबकि अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय रसायन उर्वरक मंत्री रहे.
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