advertisement
Farmer Protest: किसानों का करीब एक महीने पहले शुरू हुआ आंदोलन अभी थमता नजर नहीं आ रहा है. सरकार से कई दौर की हुई बातचीत के बाद भी किसानों अपनी मांगों पर अड़े हैं और उन्होंने आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है. इस बीच, संयुक्त किसान मोर्चा की मुख्य जत्थेबंदियों बीकेयू उगराहां, क्रांतिकारी किसान यूनियन और बीकेयू डकौंदा (धनेर) ने मंगलवार (5 मार्च) को पटियाला के पुड्डा ग्राउंड में एक विशाल रैली की, जिसमें ऐलान किया गया कि किसान बुधवार (6 मार्च) को दिल्ली कूच करेंगे.
आइए आपको किसानों आंदोलन से जुड़ी अपडेट बताते हैं-
रैली में जुटे किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए एमएसपी की कानूनी गारंटी समेत बाकी सभी मांगों को जल्द पूरा करने की अपील की है.
किसान नेता तेजवीर सिंह ने कहा कि पूरे भारत के किसान दिल्ली के जंतर-मंतर की ओर शांतिपूर्वक मार्च करेंगे. मार्च के लिए एमपी, राजस्थान और बिहार के किसानों ने दिल्ली जाने की पूरी तैयारी कर ली है.
किसानों के एलान के मुताबिक, पंजाब और हरियाणा को छोड़कर बाकी राज्यों के किसान छह मार्च को शातिपूर्ण ढंग से दिल्ली कूच करेंगे.
हरियाणा के कुरुक्षेत्र की जाट धर्मशाला में भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप की प्रदेश स्तरीय हुई बैठक में फैसला लिया गया कि गुरनाम चढूनी ग्रुप के किसान दिल्ली कूच नहीं करेंगे.
गुरनाम सिंह चढूनी ने सरकार से किसानों की खराब हुई फसल को लेकर मुआवजे की मांग करते हुए कहा स्पेशल गिरदावरी करवाकर ₹40000 प्रति एकड़ का सरकार का मुआवजा दे.
10 मार्च को "रेल रोको आंदोलन" को लेकर गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि हम इस आंदोलन का बाहर रहकर ही सहयोग करेंगे.
किसानों के राष्ट्रीय राजधानी कूच को लेकर दिल्ली पुलिस कहा कि उन्होंने पंजाब में विभिन्न किसान संगठनों द्वारा दिए गए "दिल्ली चलो" मार्च के आह्वान के मद्देनजर राजधानी के रेलवे स्टेशनों और अंतरराज्यीय बस टर्मिनलों (ISBT) पर व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की है.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, "दिल्ली में सीआरपीसी की धारा 144 भी लगाई गई है, जिसके तहत एक क्षेत्र में चार या अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक है. उन सभी संभावित स्थानों पर पुलिस बलों की अतिरिक्त कंपनियां तैनात की गई हैं, जहां प्रदर्शनकारी इकट्ठा हो सकते हैं. हम उन्हें तुरंत वहीं हिरासत में ले लेंगे."
अधिकारी ने आगे कहा कि शहर में नियमित यातायात प्रभावित होने की संभावना नहीं है. उन्होंने कहा, “शहर की सड़कों पर कोई बैरिकेडिंग नहीं होगी. हालाँकि हम विभिन्न सड़कों पर वाहनों की आवाजाही पर वास्तविक समय पर नजर रखेंगे."
पुलिस उपायुक्त (रेलवे) केपीएस मल्होत्रा ने कहा कि किसी भी दुर्घटना को रोकने के लिए रेलवे स्टेशनों और उसके आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. हम वहां यात्रियों की गतिविधियों पर लगातार नजर रख रहे हैं.
(इनपुट-विशाल अग्रवाल)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)