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2 अक्टूबर को एक बार फिर हजारों किसान दिल्ली में रैली करेंगे. भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष राकेश टिकैत के नेतृत्व में किसान हरिद्वार से नई दिल्ली के किसान घाट तक 'किसान क्रांति यात्रा' पर हैं. ये सभी किसान सरकार की नीतियों से नाराज बताए जा रहे हैं. साथ ही फसलों के सही दाम, पूर्ण कर्जमाफी, बिजली की कीमतों को कम करने जैसी मांग भी कर रहे हैं. 23 सितंबर से शुरू हुआ ये मार्च दो अक्टूबर को दिल्ली में खत्म होगा. रिपोर्ट्स के मुताबिक, रैली में पूर्वांचल के किसानों की भी अच्छी खासी संख्या है.
उधर दिल्ली पुलिस का कहना है कि इस प्रदर्शन के लिए कोई इजाजत नहीं मांगी गई है. महाराजपुर और गाजीपुर बॉर्डर को सील कर दिया गया है. भारी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं. किसान दिल्ली में एंट्री की कोशिश में लगे हुए हैं. कानून व्यवस्था की समस्या खड़ी होने की आशंका को देखते हुए पुलिस ने सोमवार को पूर्वी और उत्तर पूर्वी दिल्ली में एक हफ्ते के लिए धारा 144 लागू कर दी है. ये 8 अक्टूबर तक प्रभावी रहेगा.
इस आदेश के तहत प्रीत विहार, जगतपुरी, शकरपुर, मधु विहार, गाजीपुर, मयूर विहार, मंडावली, पांडव नगर, कल्याणपुरी और न्यू अशोक नगर पुलिस थानाक्षेत्र आते हैं. दिल्ली पुलिस उत्तर प्रदेश पुलिस के भी संपर्क में है जिससे ये सुनिश्चित हो सके कि प्रदर्शनकारी किसान दिल्ली में प्रवेश न कर सकें. ये आदेश पांच या उससे ज्यादा लोगों के एक जगह एकत्र होने और सभा करने को बैन करता है. इसके अलावा लाउडस्पीकर और ऐसे दूसरे उपकरणों का इस्तेमाल भी बैन रहता है.
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