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भारत बंद से ठीक पहले सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसान नेताओं ने साफ कर दिया है कि वो इस बंद को राजनीतिक नहीं बनने देंगे. बता दें कि तमाम विपक्षी दलों ने 8 दिसंबर को किसानों के भारत बंद को अपना समर्थन दिया है. ऐसे में सरकार से जुड़े लोग अब इसे अलग रंग देने में जुटे हैं. इसीलिए किसानों ने कहा है कि तमाम राजनीतिक दल किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए आ सकते हैं, लेकिन अपनी पार्टी का झंडा घर पर ही छोड़कर आएं.
सिंघु बॉर्डर पर हुई किसान नेताओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस में डॉक्टर दर्शन पाल ने कहा कि, इस भारत बंद के दौरान कोई भी जोर जबरदस्ती नहीं होनी चाहिए. इसके लिए उन्होंने सभी लोगों से अपील भी की. उन्होंने कहा,
किसान नेताओं ने कहा कि लगातार किसान संगठनों की बैठकें चल रही हैं. जिनमें तय हो चुका है कि पूरा भारत 8 दिसंबर को बंद रहेगा. हर राज्य में इसकी रूपरेखा तय की गई है. किसान संगठन के नेताओं ने उम्मीद जताई कि 8 दिसंबर को भारत बंद पूरी तरह से सफल रहेगा. साथ ही उन्होंने बताया कि अब सिर्फ पंजाब या हरियाणा में नहीं बल्कि पूरे देशभर में किसान आंदोलन कर रहे हैं. साथ ही विदेशों में भी लगातार किसानों के समर्थन में प्रदर्शन हो रहे हैं, इसके लिए सभी का धन्यवाद. इसके साथ ही किसान नेताओं ने बार एसोसिएशन, रिटायर्ड जजों और उन तमाम लोगों को धन्यवाद दिया, जो आंदोलन के समर्थन में आए हैं.
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