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तीन विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ जारी प्रदर्शन के शुक्रवार को 100 दिन पूरे हो चुके हैं. इस मौके पर शनिवार को किसानों ने अलग-अलग तरीकों से विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है.
किसानों ने शनिवार को अलग-अलग जगह टोल प्लाजा को फ्री करने का ऐलान किया है. इसके अलावा 'काला दिवस' मनाते हुए कुंडली-मानेसर-पलवल (KMP) एक्सप्रेस वे पर पांच घंटे का ब्लॉक भी लगाया जाएगा.
बता दें दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर किसान पिछले 100 दिन से धरने पर बैठे हुए हैं. किसानों की मुख्य मांग नए कृषि कानूनों को वापस लेने और एमएसपी की कानूनी गारंटी देने की है. किसान संगठनों और सरकार के बीच अब तक 11 दौर की वार्ता हो चुकी है. सरकार ने कानूनों को 18 महीने के लिए लागू ना करने का प्रस्ताव भी दिया था. लेकिन किसानों ने इसे मानने से इंकार कर दिया.
किसान संगठनों ने मध्यप्रदेश के छत्तरपुर में पिछले 87 दिनों से जारी किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि प्रशासन ने उन्हें अब तक टेंट लगाने की अनुमति या कोई दूसरी सुविधा नहीं दी थी. संयुक्त किसान मोर्चा के प्रेस नोट के मुताबिक, 3 और 4 मार्च को जब वहां महापंचायत आयोजित की गई, उसके बाद यह अनुमतियां दी गईं. आने वाले समय में मध्यप्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में महापंचायत का आयोजन किया जाएगा.
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