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वीडियो एडिटर- कनिष्क दांगी
किसान प्रदर्शन और इंटरनेट बैन के मुद्दे को एक ट्वीट से 'लोकल से ग्लोबल' बनाने वाली रिहाना की बात बाद में करेंगे. पहले इस ट्वीट के बाद जिस तरह के सवाल सोशल मीडिया पर आ रहे हैं, उसमें दो तरह का 'माइंडसेट' समझते हैं.
पॉप स्टार रिहाना क्या मुस्लिम हैं? रिहाना का धर्म क्या है? अरे बिना किसी खास धर्म के होते हुए किसानों पर ऐसा ट्वीट क्यूं? ट्वीट के लिए पैसा मिला है क्या? अरे उसे पता ही क्या है?
ग्लोबल स्टार रिहाना ने तो बोल दिया लेकिन देसी स्टार किसानों के समर्थन में कब बोलेंगे? रिहाना के ट्वीट से एक खास कैटेगरी वाले लोग चिढ़ने क्यों लगे हैं? क्या 101 मिलियन फॉलोअर वाली रिहाना के ट्वीट से किसानों के आंदोलन और खासकर इंटरनेट पर लगाए गए बैन का मुद्दा लोकल से ग्लोबल नहीं हो गया है?
ये सारे सवाल सोशल मीडिया पर तब से गूंज रहे हैं, जब से पॉप म्यूजिक की सबसे बड़ी हस्तियों में शुमार रिहाना ने भारतीय किसानों के समर्थन और इंटरनेट बैन के खिलाफ एक ट्वीट कर दिया. ध्यान देने वाली बात है कि देश में किसान आंदोलन करीब दो महीने से भी ज्यादा वक्त से चल रहा है, रिहाना का ट्वीट उस प्रदर्शन के समर्थन में तो था ही, साथ ही आंदोलन वाली जगहों के आसपास इंटरनेट बैन को लेकर था. उन्होंने पूछा था कि, "आखिर हम इसके बारे में बात क्यों नहीं कर रहे हैं?"
अब रिहाना के ट्वीट के बाद से ही जबरदस्त तरीके देश में उन्हें गूगल पर सर्च किया जाने लगा, उनके बारे में पॉजिटिव-निगेटिव कमेंट किए जाने लगे. कुल मिलाकर वो अपने देश भारत में छाई हुईं हैं. कुछ देशों में ट्रेंड हो रही हैं. रिहाना के बाद क्लाइमेट चेंज एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग (Greta Thunberg), अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की भांजी, मीना हैरिस, पॉर्न फिल्मों में काम कर चुकीं मिया खलीफा जैसे लोगों ने किसान आंदोलन के समर्थन में ट्वीट किया.
बारबेडोज में जन्मीं और अमेरिका में रहकर नाम कमाने वालीं रिहाना का झुकाव डेमोक्रेट्स की तरफ रहा है. इमिग्रेशन के मुद्दे पर वो ट्रंप की आलोचक रही हैं, एलजीबीटीक्यू, डोमेस्टिक वायलेंस जैसे मुद्दों पर बोलती आई हैं, म्यांमार पर भी उन्होंने ट्वीट किया था. मतलब ये है कि सिर्फ ट्विटर पर 10 करोड़ से ज्यादा फॉलोअर वाली रिहाना जानती हैं कि वो ऐसी आवाज हैं, जो सुनी जाती हैं. इसलिए वो टाइम-टाइम पर सुनाती भी हैं.
कमला हैरिस की भांजी, वकील और लेखक, मीना हैरिस ने भी भारतीय किसानों के समर्थन में एक के बाद एक कई ट्वीट किए. उन्होने लिखा, “ये कोई संयोग नहीं है कि दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र पर एक महीने पहले हमला किया गया था, और अब, सबसे अधिक आबादी वाले लोकतंत्र पर हमला हुआ है. ये एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं. हम सभी को भारत में इंटरनेट शटडाउन और किसान प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस हिंसा पर गुस्सा आना चाहिए.''
ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर हो रही ऐसी चर्चा के बाद भारत सरकार की तरफ से भी प्रतिक्रिया आई है. विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि ये बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ ग्रुप अपने स्वार्थ और एजेंडे को लागू करने के लिए इन विरोध प्रदर्शन का सहारा ले रहे हैं और और उन्हें पटरी से उतारने की कोशिश कर रहे हैं. “इन निहित स्वार्थ समूहों में से कुछ ने भारत के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय समर्थन जुटाने की भी कोशिश की है.” हालांकि विदेश मंत्रालय के बयान में किसी भी अंतरराष्ट्रीय सेलिब्रेटी का भी नाम नहीं लिया गया है.
अक्षय कुमार ने विदेश मंत्रालय का बयान ट्वीट कर लिखा- किसान हमारे देश का बेहद महत्वपूर्ण हिस्सा हैं. उनकी समस्याओं के समाधान के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं. इसलिए सभी मिलकर एक समाधान के लिए समर्थन करें. किसी भी तरह का विभाजन पैदा करने वालों पर ध्यान देने की बजाय समाधान पर फोकस करें.
अजय देवगन ट्वीट लिखकर बता रहे हैं कि भारत या भारतीय नीतियों के खिलाफ किसी भी झूठे प्रचार में नहीं फंसना है. इस वक्त एकजुट होना महत्वपूर्ण है. वहीं सुनील शेट्टी का कहना है कि हमेशा व्यापक दृष्टिकोण रखना चाहिए, क्योंकि आधे सच से ज्यादा खतरनाक कुछ भी नहीं है.
रिहाना के ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर चल रही हलचल और भारत सरकार के बयान के बाद करण जौहर, एकता कपूर समेत सितारों की फौज अपने-अपने ट्वीट के साथ आ रहे हैं और अपनी अपनी बात रख रहे हैं...
कुल मिलाकर स्थिति ये है कि रिहाना, ग्रेटा, मीना हैरिस, अमांडा जैसी हस्तियों ने किसान प्रदर्शन के मुद्दे और उससे कहीं ज्यादा इंटरनेट पर बैन के मुद्दे को लोकल से ग्लोबल बना दिया है और अब ग्लोबल Vs देसी सितारों टाइप माहौल सोशल मीडिया पर बनता दिख रहा है.
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