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मुबंई में साल 1993 में हुए ब्लास्ट केस में वांटेड फारूक टकला को दुबई से गिरफ्तार कर मुंबई लाया गया है. टकला मोस्टवांटेड अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का करीबी है. बता दें कि 1993 ब्लास्ट केस के बाद फारूक टकला देश छोड़कर भाग गया था. इसके बाद साल 1995 में उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था.
जानकारी के मुताबिक, गुरुवार सुबह फारूक टकला को दुबई से एयर इंडिया की फ्लाइट से मुंबई लाया गया. गुरुवार को उसे टाडा कोर्ट में पेश किया जाएगा. यासीन मंसूर मोहम्मद फारूक को क्राइम की दुनिया में फारूक टकला के नाम से जाना जाता है, वह डी कंपनी का सक्रिय सदस्य है.
12 मार्च, 1993 को दोपहर करीब 1.29 बजे मुंबई की एयर इंडिया बिल्डिंग, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज, झावेरी बाजार, होटल सीरॉक और होटल जुहू सेंटर पर एक के बाद एक 12 धमाके हुए. इन धमाकों में 257 लोगों की मौत हो गई और 700 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए.
पहला धमाका दोपहर 1 बजकर 29 मिनट पर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज बिल्डिंग के बाहर हुआ. धमाके के बाद दहशत और काले धुएं के बीच बिल्डिंग में मौजूद लोग समझ नहीं पा रहे थे कि आखिर हुआ क्या? जब तक लोग कुछ समझ पाते 84 लोगों की मौत हो चुकी थी, 257 लोग घायल हो गए.
अभी मुंबई इस धमाके का दर्द सह रही थी कि ठीक एक घंटे बाद दोपहर 2 बजकर 29 मिनट पर मस्जिद बंदर पर धमाका हुआ और 5 और बेगुनाह लोग मारे गए और 16 जख्मी हो गए. 1 ही मिनट बाद शिवसेना भवन के पास हमला हुआ और 4 लोगों की जान चली गई.
अब तक समझ आ गया था कि आतंकियों ने सीरियल ब्लास्ट से देश के दिल में घाव करने की योजना बना रखी है. शिवसेना इमारत के पास हुए ब्लास्ट के बाद एक बड़ा ब्लास्ट एयर इंडिया बिल्डिंग में हुआ और 20 लोगों की मौत हो गई वहीं 87 जख्मी हो गए.
इसी तरह से एक के बाद एक मुंबई के अलग-अलग हिस्सों में 12 धमाके हुए. बीते 7 सितंबर को टाडा कोर्ट ने अबू सलेम समेत 6 दोषियों को सजा सुनाई थी.
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