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देश में ट्रेन दुर्घटनाओं की रफ्तार कम होने का नाम नहीं ले रही है. उत्तर प्रदेश, नई दिल्ली और महाराष्ट्र में गुरुवार को 9 घंटे के भीतर 3 ट्रेनें पटरी से उतर गईं. यूपी में इसी तरह की एक घटना स्थानीय लोगों की सूझबूझ से टल गई.
इन जगहों पर एक्सिडेंट के बाद नए-नए रेल मंत्रालय संभालने वाले पीयूष गोयल को हाई लेवल मीटिंग बुलानी पड़ी.
दिल्ली में हुई दुर्घटना में एक व्यक्ति घायल हो गया, जबकि अन्य घटनाओं में किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है. पहली दुर्घटना सुबह 6:25 बजे यूपी के सोनभद्र में हुई, जब जबलपुर जा रही शक्तिपुंज एक्सप्रेस के 7 डिब्बे ओबरा पुल के पास पटरी से उतर गए. राज्य में एक ही माह में हुई इस तीसरी दुर्घटना में हालांकि कोई जख्मी नहीं हुआ.
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में रेल अधिकारियों की लापरवाही के चलते एक और रेल हादसा होते-होते बचा. गुरुवार को फर्रुखाबाद और फतेहगढ़ के बीच स्थानीय लोगों की सर्तकता से कालिंदी एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त होने से बच गई.
दरअसल, ट्रेन ट्रैक से गुजरने ही वाली थी. इससे पहले ट्रैक के आस-पास मौजूद लोगों की नजर करीब तीन इंच तक कटी पटरी पर पड़ी. इससे पहले की वह रेलवे प्रशासन को जानकारी देते, ट्रेन आने का वक्त हो गया. इस पर वहां मौजूद लोगों ने सर्तकता दिखाते हुए टूटे ट्रैक से गुजरने से पहले ही ट्रेन को लाल शर्ट दिखाकर रुकवा लिया.
झारखंड के रांची से नई दिल्ली आ रही राजधानी एक्सप्रेस के दो डिब्बे गुरुवार को मिंटो ब्रिज स्टेशन के पास पटरी से उतर गए. हालांकि, इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ है. उत्तरी रेलवे के प्रवक्ता नीरज शर्मा ने बताया कि झारखंड के रांची से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन आते समय गुरुवार को 11 बजकर 45 मिनट पर रेलगाड़ी का इंजन और पावर डिब्बा बेपटरी हो गए.
इससे पहले उत्तर प्रदेश के सोनभद्र के पास शक्तिपुंज एक्सप्रेस के सात डिब्बे भी पटरी से उतर गए थे
इस बीच महाराष्ट्र में कल्याण-लोनावाला रूट पर मालगाड़ी के डिब्बों के पटरी से उतरने के बाद कुछ ट्रेनों को रद्द कर दिया गया.
पिछले एक महीने में ट्रेन के पटरी से उतरने की यह चार घटनाएं सामने आईं हैं.
शक्तिकुंज एक्सप्रेस हादसाः उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में ओबरा रेलवे स्टेशन के पास फफराकुंड में शक्तिपुंज एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. हावड़ा से जबलपुर जा रही इस ट्रेन के सात डिब्बे पटरी से उतर गए थे. हालांकि, इस हादसे में किसी भी तरह का नुकसान नहीं हुआ है.
दुरंतो एक्सप्रेस हादसाः महाराष्ट्र में बीती 29 अगस्त को दुरंतो एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. हालांकि इस हादसे में किसी भी तरह का नुकसान नहीं हुआ था.
कलिंग उत्कल एक्सप्रेस हादसाः बीती 19 अगस्त को हरिद्वार से पुरी के बीच चलने वाली कलिंग उत्कल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर के खतौली के पास हुए इस हादसे में ट्रेन की 14 बोगियां पटरी से उतर गई थी. इस हादसे में 23 यात्रियों की मौत हो गई जबकि 100 से ज्यादा यात्री घायल हो गए थे.
कैफियात एक्सप्रेस हादसाः उत्तर प्रदेश में एक सप्ताह के भीतर दो ट्रेन हादसे हुए हैं. उत्कल एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने के ठीक चार दिन बाद 23 अगस्त को आजमगढ़ से दिल्ली जा रही 12225 (अप) कैफियात एक्सप्रेस औरैया के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. मानव रहित क्रॉसिंग पर फंसे एक डंपर में ट्रेन टकराने से 12 डिब्बे पटरी से उतर गए थे. इस हादसे में 74 लोग घायल हुए थे.
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