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केरल के मंदिर में हुए हादसे पर पाकिस्तान सरकार ने भी गहरा शोक जताया है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने शोक में डूबे परिवारों के प्रति सहानुभूति जाहिर करते हुए घायलों के जल्द सेहतमंद होने की कामना की है.
हादसे के बाद मंदिर पहुंचे केरल के सीएम ओमन चांडी ने कहा है कि घायलों के इलाज के लिए यहां पर्याप्त सुविधाएं मौजूद हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र ने भी इलाज में सहायता की पेशकश की है.
बर्न विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम को लेकर घटनास्थल के लिए पीएम मोदी रवाना. जल्द ही डॉक्टरों की यह टीम मंदिर हादसे में घायल हुए लोगों की चिकित्सा में जुटेगी.
वहीं केरल के गृह मंत्री ने घोषणा की है कि घायलों को हर तरह की मेडिकल सुविधा मुफ्त दी जाएंगी. इस बीच गंभीर रूप से घायल लोगों को कोल्लम से 65 किमी दूर त्रिवेंद्रम ले जाया जा रहा है.
कोल्लम हादसे में घायल हुए लोगों से मिलने आज राहुल गांधी भी पुत्तिंगल जाएंगे. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी इस हादसे पर दुख व्यक्त कर चुकी हैं.
मंदिर परिसर से बाकी बचे पटाखों को हटाया जा रहा है. बताया जा रहा है कि पटाखों की आवाज 3.30 घंटे तक आती रही. एक टीवी चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक, मंदिर में आतिशबाजी की इजाजत नहीं थी. जो पटाखे चलाए गए वो गैरकानूनी तरह से लाए गए थे.
इस मामले में मंदिर प्रशासन और विस्फोटक लाइसेंसी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है.
कोल्लम जिले के पारावूर टाउन में है ये मंदिर, जो कि तिरुअनंतपुरम से करीब 60 किलोमीटर दूर है. पुत्तु का मलयालम में मतलब पहाड़ी है. यहां के लोगों का मानना है कि इस इलाके में देवी का निवास है. इसलिए यह मंदिर बेहद मशहूर है.
मंदिर में मनोकामना पूर्ति के लिए कई तरह की पूजाएं की जाती हैं. इस दौरान आतिशबाजी कॉम्पिटीशन भी होते हैं. रविवार तड़के हुई घटना के दौरान भी इसी तरह का एक कॉम्पिटीशन गैरकानूनी तरीके से चल रहा था.
आतिशबाजी का कॉम्पटीशन देखने देश-विदेश के सैकड़ों लोग पहुंचते हैं. हादसा भी आतिशबाजी कॉम्पटीशन के दौरान ही हुआ. बताया गया कि आतिशबाजी और म्यूजिक के शोर में ज्यादातर लोगों को ये पता ही नहीं लगा कि मंदिर में आग लग गई है. जैसे ही आग की खबर फैली लोगों में भगदड़ मच गई. कुछ लोग दबने से भी मारे गए.
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने NDRF के महानिदेशक ओपी सिंह को कोल्ल्म में एनडीआरएफ की टीम भेजने के लिए कहा. ओपी सिंह ने कोल्लम के कलेक्टर से इस बारे में बात की है. एनडीआरएफ के 200 जवानों को चेन्नई में स्टैंडबाई पर रखा गया है. बताया जा रहा है कि इंडियन एयरफोर्स के 4 हेलिकॉप्टर्स को भी रेसक्यू ऑपरेशन में लगाया गया है.
केरल के मुख्यमंत्री ओमान चांडी ने घटनास्थल पर पहुंचने के बाद इस हादसे की न्यायिक जांच के आदेश दिए. उन्होंने पीड़ितों को मुआवजा देने से पहले चीफ सेक्रेटी को चुनाव आयोग की इजाजत देने के लिए कहा है. राज्य में चुनावी आचार संहिता लागू होने के चलते सरकार चुनाव आयोग से इजाजत लिए बगैर किसी तरह के मुआवजे का ऐलान नहीं कर सकती.
नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर हादसे का दुख जताते हुए केरल के सीएम ओमन चांडी से चर्चा की. मोदी ने उन्हें पूरी मदद का भरोसा दिलाया. उन्होंने चांडी से कहा है कि अगर जरूरत हुई, तो घायलों को दिल्ली भी शिफ्ट किया जाएगा.
नवरात्र के दौरान हुए इस हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख जाहिर किया और ट्वीट करके बताया कि वे हालात का जायजा लेने के लिए कोल्लम जा रहे हैं. BJP अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को केरल में होने वाली अपनी चुनावी रैली रद्द करने का ऐलान किया.
केरल के कोल्लम जिले में स्थित पुत्तिंगल परावूर मंदिर में आतिशबाजी के बाद रविवार सुबह साढ़े 3 बजे भीषण आग लगने से 83 लोगों की मौत हो गई और हादसे में 350 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.
राज्य के पुलिस महानिदेशक टी पी सेनकुमार ने मरने वालों और घायलों की संख्या की पुष्टि की है. घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. इनमें से ज्यादातर की हालत गंभीर बताई जा रही है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हेल्थ मिनिस्टर जेपी. नड्ढा जल्द केरल पहुंच सकते हैं. केरल के सीएम ओमन चांडी और होम मिनिस्टर रमेश चेन्नीथाला भी कुछ देर में मौके पर पहुंच रहे हैं. इस बीच घटनास्थल पर आग बुझा दी गई है. लेकिन अब भी वहां से धुआं उठते देखा जा सकता है.
पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि आतिशबाजी के दौरान कुछ चिंगारियां उस जगह जाकर गिरीं जहां पटाख़े रखे हुए थे. इससे भीषण विस्फोट हुआ जिससे पास स्थित देवासम बोर्ड ऑफिस की इमारत ढह गई. इसकी चपेट में आने से कई श्रद्धालुओं की मौत हो गई. वैसे तो यहां आतिशबाजी पर बैन है, लेकिन त्योहारों के वक्त इसके लिए स्पेशल लाइसेंस जारी किए जाते हैं. इस घटना के बारे में बात करते हुए कोल्लम के जिलाधिकारी ए शाइनामोल ने मीडिया को बताया कि मंदिर में आतिशबाज़ी की अनुमति नहीं दी गई थी.
सूत्रों के मुताबिक, मंदिर के जिस हिस्से में आग लगी वहां कुछ पेंट कंटेनर भी रखे हुए थे. केमिकल की चपेट में आने से आग और भयानक हो गई. मंदिर का इलाका काफी बड़ा है और आतिशबाजी अलग-अलग हिस्सों में की जा रही थी. फिर भी मंदिर का एक बड़ा हिस्सा आग की चपेट में आया. वहीं 14 अप्रैल को मलयालम न्यू ईयर है. इसलिए मंदिर में ज्यादा लोग मौजूद भी थे.
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