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अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था कड़ी सुरक्षा के बीच 30 जून की सुबह यात्रा के लिए रवाना हो गया. यह जत्था जम्मू बेस कैंप से यात्रा के लिए आगे बढ़ा है. जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल के सलाहकार केके शर्मा ने इस जत्थे को झंडी दिखाकर रवाना किया.
29 जून को जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ के अधिकारियों ने बालटाल और पहलगाम मार्गों पर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की. पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया, ''जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने इन अहम पड़ावों पर किए गए सुरक्षा इंतजामों का जायजा लेने के लिए बालटाल, मणिगाम और मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले के डूमल आधार शिविर का दौरा किया.''
इसके अलावा संबंधित अधिकारियों ने बताया, ''अब तक देशभर से करीब डेढ़ लाख श्रद्धालुओं ने 46 दिन चलने वाली यात्रा के लिए पंजीकरण कराया है.'' यात्रा को लेकर जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक एमके सिन्हा ने बताया कि खतरे की आशंका के मद्देनजर यात्रा मार्ग पर लखनपुर (जम्मू-कश्मीर के लिए प्रवेश द्वार) से लेकर आधार शिविरों, आश्रय केंद्रों, ठहराव स्थानों और सामुदायिक किचन स्थानों पर पर्याप्त सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं.
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