advertisement
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को संसद में बजट पेश करते हुए दीनानाथ कौल नदीम की एक कविता पढ़ी. उन्होंने कहा, "हमारा वतन खिलते हुए शालीमार बाग जैसा. हमारा वतन डल लेक में खिलते हुए कमल जैसा. नौजवानों के गरम खून जैसा. मेरा वतन, तेरा वतन, हमारा वतन, दुनिया का सबसे प्यारा वतन"
बता दें कि दीनानाथ कौल नदीम (1916-1988) दीनानाथ नदीम के तौर पर लोकप्रिय थे. उन्हें साल 1986 में केंद्रीय साहित्य अकादमी अवॉर्ड मिला था.
इसके अलावा उन्होंने कहा, ''केंद्र सरकार का ऋण घटकर अब 48.7 फीसदी पर आ गया है. इस बजट में तीन बिंदुओं पर फोकस किया जा रहा है- उम्मीदों का भारत, इकोनॉमिक डेवलेपमेंट और केयरिंग समाज.''
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)