advertisement
फ्रांस में डेटा नियामक सीएनआईएल ने सोमवार को सर्च इंजन गूगल पर 400 करोड़ रुपए से ज्यादा (5 करोड़ यूरो) का जुर्माना लगाया है. यह जुर्माना यूरोपियन यूनियन के जनरल डेटा प्रोटेक्शन रेगुलेशन (जीडीपीआर) का प्रयोग करते हुए लगाया गया है.
सीएनआईएल ने डेटा सहमति नीति पर पारदर्शी और सुगम जानकारी देने में नाकाम रहने का हवाला देते हुए गूगल पर जुर्माना लगाया है. जीडीपीआर के लागू होने के बाद पिछले साल मई में दो शिकायतों के दर्ज होने के बाद यह कार्रवाई की गई है.
सीएनआईएल ने कहा है कि गूगल ने यूजर्स के लिए यह समझना बहुत मुश्किल कर दिया है कि किस तरह से उनकी निजी जानकारी को, खास तौर पर विज्ञापन के लिए, इस्तेमाल किया जा रहा है. सीएनआईएल ने पाया कि पिछले साल कुछ बदलाव करने के बाद भी गूगल अभी भी नए नियमों का पालन नहीं कर रहा है. उसने कहा, ''हर दिन हजारों फ्रेंच यूजर अपने स्मार्टफोन पर गूगल अकाउंट बनाते हैं. ऐसे में इस डोमेन में कंपनी की जिम्मेदारियां और बढ़ जाती हैं.''
इस कार्रवाई के बाद गूगल के प्रवक्ता ने कहा, '' हम फैसले को पढ़ रहे हैं और उसके बाद आगे की कार्रवाई तय करेंगे. लोग हमसे पारदर्शिता और नियंत्रण के उच्च मानकों की उम्मीद करते हैं. हम उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए प्रतिबद्ध हैं.''
इससे पहले पिछले साल यूरोपियन यूनियन ने गूगल पर 5 अरब डॉलर का जुर्माना लगाया था. उस समय गूगल पर ये आरोप था कि उसने अपने मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम 'एंड्रॉयड' के प्रतिद्वंद्वियों को बाजार से बाहर रखने की चाल चली. इसके साथ ही कहा गया कि गूगल ने सैमसंग और हुआवेई जैसी स्मार्टफोन कंपनियों के साथ गठजोड़ कर बाजार में सबसे आगे होने का गलत फायदा उठाया.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)