Home News India GDP के गहरे हैं मायने, इस टर्म से लेकर आंकड़ों तक की 10 बड़ी बातें
GDP के गहरे हैं मायने, इस टर्म से लेकर आंकड़ों तक की 10 बड़ी बातें
जीडीपी के बारे में वो सारी बातें जो आपको खबरों में तो नहीं मिलेंगी
दीपक के मंडल
भारत
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भारत की जीडीपी लगातार बढ़ रही है
(फोटो: द क्विंट)
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वित्तीय साल 2017-18 के लिए जीडीपी का पहला अनुमान सरकार ने जारी किया है. जीडीपी ग्रोथ रेट 6.5 परसेंट रहने का अनुमान है. जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष में यह ग्रोथ 7.1 परसेंट थी. आइए जानते हैं इकोनॉमी की सेहत का हाल बताने वाले जीडीपी के टर्म से लेकर उसके आंकड़ों तक की 10 अहम बातें.
जीडीपी यानी GROSS DOMESTIC PRODUCT देश की अर्थव्यवस्था की सेहत बताने वाला सबसे प्रमुख पैमाना है. जीडीपी ग्रोथ पिछली तिमाही या सालाना जीडीपी ग्रोथ की तुलना में बताई जाती है.
जीडीपी से आम तौर पर नॉमिनल जीडीपी समझा जाता है लेकिन रियल और नॉमिनल जीडीपी में अंतर है. नॉमिनल जीडीपी में महंगाई एडजस्ट नहीं होती जबकि रियल जीडीपी इससे एडजस्ट करके बताया जाता है.
जब जीडीपी दर गिरती है तो अमूमन केंद्रीय बैंक ग्रोथ के लिए ब्याज दरें घटाते हैं ताकि उद्योग सस्ते कर्ज का लाभ उठा कर औद्योगिक गतिविधियों में इजाफा करे.
भारत का जीडीपी तीन सेक्टरों से आता है- कृषि और सहायक क्षेत्र, उद्योग और सेवा क्षेत्र. भारत की जीडीपी में पहले सबसे ज्यादा कृषि और इससे जुड़े सेक्टर का योगदान था. लेकिन अब सबसे ज्यादा योगदान सर्विस सेक्टर का है.
भारत की जीडीपी में अब कृषि और इससे जुड़े सहायक क्षेत्र का योगदान 17 फीसदी है और यह 49 फीसदी लोगों को रोजगार देता है. जबकि सर्विस सेक्टर यानी सेवा क्षेत्र का योगदान 58.3 फीसदी है और यह 28 फीसदी से ज्यादा लोगों को रोजगार देता है.
भारत की आजादी के बाद के कई दशकों तक भारत में जीडीपी ग्रोथ रेट 3 से 4 फीसदी रही. जिसे हिंदू ग्रोथ रेट कहा गया. 1991 में आर्थिक उदारीकरण के बाद भारत की जीडीपी में काफी रफ्तार दर्ज की गई.
बाजार सुधारों की वजह से बीजेपी की अटल बिहारी वाजपेयी और बाद में कांग्रेस मनमोहन सरकार में ग्रोथ रेट काफी अच्छी रही. 2006-07 में 2004-05 सीरीज की जीडीपी ग्रोथ रेट बढ़ कर 9 फीसदी से भी ऊपर हो गई.
भारत की जीडीपी बढ़ोतरी को देखते हुए इसे दुनिया का सबसे तेज गति से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था कहा जा रहा था. लेकिन 2008 के ग्लोबल वित्तीय संकट की वजह से सबसे तेज गति से बढ़ रही भारत और चीन, दोनों अर्थव्यवस्था की ग्रोथ रेट घटी है.
भारतीय जीडीपी 2.26 ट्रिलियन डॉलर की है, जबकि चीन की जीडीपी 11.2 ट्रिलियन डॉलर की है. अमेरिका की जीडीपी 18.57 ट्रिलियन डॉलर की है.
जीडीपी के लिहाज से भारत चीन और जापान के बाद एशिया में तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था है.
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