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चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने बुधवार को कहा कि चीन भारत पर साइबर हमले शुरू करके सिस्टम को बाधित कर सकता है और इस तरह के किसी भी कदम का मुकाबला करने के लिए भारत तैयार है.
विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन में 'वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों को पूरा करने के लिए सशस्त्र बलों को आकार देने' पर अपनी बात रखते हुए, जनरल रावत ने कहा,
रावत ने कहा कि चीन को पहले मूवर्स का फायदा है, क्योंकि भारत साइबर युद्ध क्षमताओं को अपनाने के लिए धीमा था, जिसके कारण अंतराल हो गया है. उन्होंने कहा, "साइबर क्षेत्र में सबसे बड़ा अंतर निहित है हम जानते हैं कि चीन हम पर साइबर हमले शुरू करने में सक्षम है और यह बड़ी संख्या में प्रणालियों को बाधित कर सकता है. संसद में प्रस्तुत आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, भारत में 2019 की तुलना में पिछले साल साइबर हमलों में लगभग 300 प्रतिशत स्पाइक देखा गया, जो 2019 में 3,94,499 मामलों से बढ़कर 2020 में 11,58,208 हो गया है, जो सरकार के लिए चिंताजनक है.
रावत ने कहा, "हम जो करने की कोशिश कर रहे हैं, वह एक प्रणाली है जो साइबर रक्षा को सुनिश्चित करेगी। हम सशस्त्र बलों के भीतर एक साइबर एजेंसी बनाने में सक्षम हैं और प्रत्येक सेवा की अपनी साइबर एजेंसी भी है.
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