advertisement
उत्तर प्रदेश पुलिस (Uttar Pradesh Police) का दावा है कि ऑनलाइन गेम खिलाने की आड़ में चल रहे धर्मांतरण सिंडिकेट (Religious Conversion) में गाजियाबाद पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. इस सिंडिकेट में अब तक मुख्य आरोपी माने जा रहे खान शहनवाज मकसूद उर्फ बद्दो को गाजियाबाद पुलिस ने 11 जून को महाराष्ट्र के ठाणे से गिरफ्तार कर लिया है. माना जा रहा है कि पुलिस इसे लेकर सोमवार, 12 जून तक गाजियाबाद पहुंच सकती है.
खान शहनवाज मकसूद उर्फ बद्दो महाराष्ट्र में ठाणे जनपद के मुम्ब्रा थाने में देवरीपाड़ा का रहने वाला है. वो शैंपू बनाने का बिजनेस करता है. बद्दो के खिलाफ 30 मई को गाजियाबाद के कविनगर थाने में FIR हुई थी.
आरोप ये था कि बद्दो ने गाजियाबाद में जैन फैमिली के एक लड़के को सालभर पहले कम्प्यूटर गैजेट्स बेचे थे. इसके बाद दोनों में बातचीत शुरू हो गई. ऑनलाइन गेम खेलने की आड़ में बद्दो ने इस लड़के से कुरान की आयतें पढ़वानी शुरू कर दी और फिर उसका ब्रेनवॉश कर दिया.
आरोप है कि बद्दो के ब्रेनवॉश के बाद लड़का गाजियाबाद के संजयनगर की मस्जिद में पांचों वक्त की नमाज पढ़ने लगा. लड़का घर से पांच बार जिम जाने की बात कहकर निकलता था. जब फैमिली को शक हुआ तो उसका पीछा किया और फिर पता चला कि वो जिम नहीं, मस्जिद में जाता है.
30 मई को गाजियाबाद के उद्यमी ने थाना कविनगर में बेटे के धर्मांतरण की FIR कराई.
4 जून को पुलिस ने संजयनगर सेक्टर-23 मस्जिद के मौलवी अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया.
7 जून को राष्ट्रीय बाल अधिकार एवं संरक्षण आयोग के चेयरमैन प्रियंक कानूनगो ने सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय को पत्र लिखकर ऑनलाइन गेमिंग एप्लिकेशन की जांच करने के लिए कहा.
8 जून को महाराष्ट्र के NCP विधायक जितेंद्र आव्हाड ने गाजियाबाद पुलिस के 400 धर्मांतरण वाले बयान पर आपत्ति जताई.
10 जून को महाराष्ट्र की मुम्ब्रा थाना पुलिस जांच करने गाजियाबाद पहुंची और धर्मांतरण संबंधी सुबूत जुटाए.
11 जून को गाजियाबाद पुलिस ने महाराष्ट्र से मुख्य आरोपी बद्दो को गिरफ्तार किया.
DCP निपुण अग्रवाल ने बताया कि पुलिस ने इस केस में तीन पीड़ित बच्चों से पूछताछ की है. निपुण अग्रवाल ने दावा किया कि उन्हें पता चला है कि धर्मांतरण के तीन स्टेप थे.
पहले स्टेप में एक ऐसा गैंग एक्टिव था जो अन्य धर्मों के नाम से ID बनाकर मोबाइल-कम्प्यूटर पर Fort Nite एप पर गेम्स खेलता था. अगर कुछ लड़के गेम हार जाते थे तो उन्हें कुरान की आयत पढ़वाई जाती थी और फिर उन्हें गेम जीताकर कुरान पर भरोसा दिलाया जाता था.
सेकेंड स्टेप में Discord App के द्वारा मुस्लिम लड़के हिंदू नाम की यूजर आईडी बनाकर हिंदू लड़कों से चैटिंग करते थे. उन्हें इस्लामिक रीति-रिवाज अपनाने के लिए बहलाते थे.
तीसरे स्टेज में वे प्रतिबंधित इस्लामिक प्रवक्ता जाकिर नाईक के कुछ वीडियो स्पीच सुनाकर इस्लाम अपनाने के लिए प्रेरित करते थे. साथ ही वे इस्लामिक कल्चर और रीति-रिवाज के संबंध में सारी जानकारी उपलब्ध कराते थे.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)