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गोवा राज्य बीजेपी अध्यक्ष सदानंद शेत तनवड़े ने सोमवार को कहा कि राज्य के प्रमुख सरकारी अस्पताल में कोविड मरीजों की मौत के लिए गोवा सरकार को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता. राज्य के शीर्ष अस्पताल, पणजी के पास स्थित सरकार द्वारा संचालित गोवा मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) में ऑक्सीजन की कमी के कारण पांच दिनों में लगभग 80 लोगों की मौत के एक हफ्ते से अधिक समय बाद तनवड़े की टिप्पणी आई.
तनावडे ने कहा कि घातक वायरल संक्रमण पर काबू पाने के लिए रोगियों को समय पर भर्ती और भाग्य के तत्व की आवश्यकता होती है, तनवड़े कहा, अगर व्यक्ति सही समय पर (अस्पताल) पहुंचता है और अगर व्यक्ति भाग्यशाली है, तो जीवित रहना संभव है, लेकिन कई मामलों में पढ़े-लिखे लोग भी बुखार को नजरअंदाज कर देते हैं और एक बार जब स्थिति खराब हो जाती है, तो वे अस्पताल जाते हैं.
बता दें कि गोवा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से कई लोगों की मौत हो चुकी है. बॉम्बे हाईकोर्ट की गोवा बेंच ने मरीजों की मौत के मामले की सुनवाई भी की थी. गोवा की सरकार ने 3 सदस्यीय कमेटी का गठन किया था. ये कमेटी GMCH में ऑक्सीजन सप्लाई के बारे में जांच कर रही है.
गोवा सरकार ने ऑक्सीजन की कमी से मौत की जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया था. मुख्यमंत्री डॉ प्रमोद सावंत और स्वास्थ्य मंत्री ने इस बात से इनकार कर किया था कि गोवा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मौतें ऑक्सीजन की कमी के कारण हुईं है. सरकार का कहना है कि होने वाली मौतों को ऑक्सीजन की कमी से आपस में जोड़ा नहीं जा सकता.
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