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आज विपक्ष की मीटिंग में पूर्व राजनायिक गोपालकृष्ण गांधी को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया गया.गांधी ने उच्चायुक्त, राजदूत और प्रेसीडेंट सेक्रेटरी जैसे कई अहम पदों पर काम किया है. गांधी पूर्व राजनायिक होने के साथ-साथ महात्मा गांधी के पोते भी हैं. जानिए गोपालकृष्ण गांधी के बारे में खास बातें-
1) 71 साल के गोपाल कृष्ण गांधी का जन्म 22 अप्रैल 1946 में हुआ. उनके पिता देवदास गांधी और मां लक्ष्मी गांधी थीं. देवदास गांधी, महात्मा गांधी और कस्तूरबा गांधी के सबसे छोटे बेटे थे. गोपालकृष्ण गांधी के नाना सीनियर कांग्रेस लीडर और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी चक्रवर्ती राजगोपालाचारी थे.
2) गोपालकृष्ण गांधी ने सेंट स्टीफन्स कॉलेज, दिल्ली से इंग्लिश लिटरेचर में मास्टर्स किया है. उन्होंने 1968 में बतौर IAS, सिविल सर्विस ज्वाइन की. साल 1985 तक उन्होंने तमिलनाडु में नौकरी की. इसके बाद उन्हें उपराष्ट्रपति का सेक्रेटरी बना दिया गया. 1987 में गांधी की नियुक्ति प्रेसीडेंट के ज्वाइंट सेक्रेटरी के तौर पर हुई. 1992 तक वो इस पोस्ट पर बने रहे.
3)बाद में गोपालकृष्ण गांधी साउथ अफ्रीका, लेसोथो, श्रीलंका के उच्चायुक्त भी रहे. गांधी ने नार्वे और आइसलैंड में राजदूत के तौर पर भी अपनी सर्विस दी. सन 2000 में उन्हें राष्ट्रपति के आर नारायणन का सेक्रेटरी नियुक्त किया गया.
4) 2004 में उन्हें वीरेन जे शाह के बाद बंगाल का गवर्नर नियुक्त किया गया. इसके अलावा वे अशोका यूनीवर्सिटी में हिस्ट्री और पॉलिटिक्स भी पढ़ाते हैं.
5) गोपालकृष्ण गांधी की शादी तारा गांधी से हुई. उनकी दो बेटियां भी हैं. गांधी ने इंग्लिश में गांधी एंड साउथ अफ्रीका, गांधी एंड श्रीलंका, नेहरू एंड श्रीलंका, वहीं हिंदी में शर्णम, दारा शुकोह जैसी किताबें लिखी हैं. गांधी के बड़े भाई राजमोहन गांधी भी सांसद रहे हैं.
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