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गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 48 घंटे के भीतर 36 बच्चों की मौत के मामले में यूपी के मुख्य सचिव ने अपनी रिपोर्ट सीएम योगी आदित्यनाथ को सौंप दी है. रिपोर्ट मिलने के बाद सीएम ने इस मामले में बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल समेत 6 आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए हैं.
इन सभी आरोपियों के खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई जाएगी.
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में हाल में संदिग्ध परिस्थितियों में बड़ी संख्या में बच्चों की मौत मामले की जांच के लिए गठित उच्चस्तरीय समिति ने अपनी रिपोर्ट मंगलवार शाम सरकार को सौंप दी.
एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने बताया कि मुख्य सचिव राजीव कुमार की अगुवाई वाली उच्चस्तरीय समिति ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी. इसके बाद मामले के दोषी लोगों के खिलाफ कार्वाई का रास्ता साफ हो गया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीती 12 अगस्त को मुख्य सचिव की अगुवाई में एक जांच समिति गठित की थी और उसे गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में गत 10-11 अगस्त की रात को संदिग्ध हालात में बड़ी संख्या में मरीज बच्चों की मौत की जांच का जिम्मा सौंपा गया था.
इससे पहले बीती 18 अगस्त को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की 3 सदस्य टीम ने अपनी जांच रिपोर्ट में गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती बच्चों की मौत के पीछे मेडिकल कॉलेज प्रशासन की लापरवाही को जिम्मेदार बताया था. एसोसिएशन की रिपोर्ट में कहा गया था कि अस्पताल प्रशासन को अपने यहां कार्यरत डॉक्टरों को ऑक्सीजन की किल्लत के बारे में 7 दिन पहले ही सतर्क करना था.
मालूम हो कि गत 10 - 11 अगस्त की रात को गोरखपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में संदिग्ध हालात में करीब 60 बच्चों की मौत हुई थी. ऐसे आरोप लगाए गए थे कि यह घटना ऑक्सीजन की कमी की वजह से हुई. हालांकि राज्य सरकार ने इन दावों को गलत बताते हुए मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए थे.
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