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पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने करतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास के मौके पर पाकिस्तान आर्मी चीफ को जमकर लताड़ लगाई. कैप्टन अमरिंद सिंह ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि पाकिस्तानी आर्मी चीफ बाजवा याद रखें कि हम भी पंजाबी हैं, अगर वह पंजाब में कोई गड़बड़ करने की कोशिश करेंगे तो उन्हें सबक सिखा दिया जाएगा.
कैप्टन अमरिंदर सिंह करतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास के मौके पर बोल रहे थे. बता दें, कि केंद्र सरकार से करतारपुर कॉरिडोर के प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद सोमवार को उप-राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने इसकी नींव रखी. इस समारोह में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी शामिल हुए.
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने करतारपुर कॉरिडोर पर मंजूरी देने के लिए पाकिस्तान की सरकार का आभार जताया. उन्होंने कहा, ‘मैं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं लेकिन इसके साथ ही मैं पाकिस्तानी फौज के मुखिया जनरल बाजवा को एक संदेश भी देना चाहता हूं.’
कैप्टन ने हाल ही में अमृतसर के एक गांव में हुए आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा-
शिलान्यास के मौके पर उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू ने भी पाकिस्तान को इशारों-इशारों में जमकर लताड़ लगाई. उन्होंने कहा, हम आतंकवाद को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे और मासूमों को मरने नहीं देंगे. यह रास्ता बिल्कुल सही नहीं है. इसीलिए इस बड़े इवेंट की तरह हमें शुरुआत करनी होगी.
शिलान्यास वाले पत्थर पर गढ़े हुए नामों के ऊपर काला टेप चिपकाने वाले रंधावा ने इसके पीछे का कारण भी बताया. उन्होंने बताया कि शिलान्यास पत्थर पर प्रकाश बादल और सुखबीर बादल का नाम कैसे हो सकता है. इसी का विरोध करने के लिए मैंने उनके नामों पर काला टेप चिपका दिया. क्योंकि यह बीजेपी-अकाली दल का इवेंट नहीं है.
करतारपुर साहिब को लेकर सिख समुदाय में काफी मान्यता है. माना जाता है कि सिखों के प्रथम गुरु, गुरुनानक देव जी का निधन करतारपुर साहिब में ही हुआ था. उनकी याद में यहां पर गुरुद्वारा भी बनाया गया.
करतारपुर साहिब, पाकिस्तान के नारोवाल जिले में है जो पाकिस्तान के हिस्से वाले पंजाब मे आता है. यह जगह लाहौर से 120 किलोमीटर और भारतीय सीमा से महज 4 किलोमीटर दूर है. जिस जगह पर गुरुद्वारा बना हुआ है, वहीं पर गुरुनानक देवजी ने आखिरी सांस ली थी. 22 सितंबर 1539 को उनका निधन हो गया. गुरुनानक देव ने इस जगह पर अपनी जीवन के 18 साल बिताए थे.
पाकिस्तान की तरफ श्रद्धालुओं के सामने खालिस्तानी पोस्टरों के प्रदर्शन या वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों तक पहुंच में कठिनाई जैसी परेशानियों के बावजूद सिख श्रद्धालु इस कठिन यात्रा को करते हैं.
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान पाकिस्तान के पीएम इमरान खान को धन्यवाद दिया. लेकिन पाकिस्तान के सेना प्रमुख बाजवा को जमकर आड़े हाथों लिया. उन्होने कहा, हम भी पंजाबी हैं और तुम यहां घुसकर माहौल खराब नहीं कर सकते हो.
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