Home News India पाकिस्तान का सबूत मांगना, कार्रवाई न करने का बहानाः विदेश मंत्रालय
पाकिस्तान का सबूत मांगना, कार्रवाई न करने का बहानाः विदेश मंत्रालय
विदेश मंत्रालय ने कहा- इमरान खान ने पुलवामा हमले की निंदा तक नहीं की
क्विंट हिंदी
भारत
Published:
i
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज
(फाइल फोटोः IANS)
✕
advertisement
भारतीय विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के भाषण पर प्रतिक्रिया दी है. विदेश मंत्रालय का कहना है कि इमरान खान ने लंबा चौड़ा भाषण दिया, लेकिन उन्होंने ना तो पुलवामा हमले की निंदा की और ना ही शोक संतप्त परिवारों के प्रति सहानुभूति जताई.
इससे पहले, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि अगर भारत जम्मू-कश्मीर में 14 फरवरी को हुए आत्मघाती हमले के मद्देनजर पाकिस्तान पर हमला करेगा तो उनके देश के पास हमले का जवाब देने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचेगा.
इमरान खान को विदेश मंत्रालय का जवाब
हमें इस बात से कोई हैरानी नहीं है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने पुलवामा में हमारे सुरक्षा बलों पर हमले को आतंकवाद की कार्रवाई मानने से इनकार कर दिया. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने न तो इस जघन्य कृत्य की निंदा की और न ही शोक संतप्त परिवारों के प्रति सहानुभुति जताई.
पाकिस्तानी पीएम ने जैश-ए-मोहम्मद के साथ-साथ आतंकी के दावों को भी नजरअंदाज कर दिया, जिसने इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया. ये बात सभी जानते हैं कि JeM और उसका नेता मसूद अजहर पाकिस्तान में है. पाकिस्तान को कार्रवाई करने के लिए ये सबूत पर्याप्त होने चाहिए.
अगर भारत सबूत देता है तो पाकिस्तान के पीएम ने इस मामले की जांच कराने की पेशकश की है. यह एक बहाना है. 26/11 को मुंबई में हुए हमले के बाद पाकिस्तान को सबूत मुहैया कराए गए थे. इसके बावजूद, मामले में 10 साल से ज्यादा समय तक कोई प्रगति नहीं हुई.
इसी तरह पठानकोट में हुए आतंकी हमले की जांच में भी कोई प्रगति नहीं हुई है. पाक के ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए "गारंटीड एक्शन" पूरी तरह खोखला वादा है. इस "नये पाकिस्तान" में, मंत्री हाफिज सईद जैसे आतंकवादियों के साथ सार्वजनिक रूप से मंच साझा करते हैं, जिस पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा मुकदमा चलाया गया है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने बातचीत के लिए बुलाया और आतंकवाद के बारे में बात करने के लिए अपनी तत्परता जताई. भारत ने बार-बार कहा है कि वह आतंक और हिंसा से मुक्त माहौल में व्यापक द्विपक्षीय वार्ता में शामिल होने के लिए तैयार है.
पाकिस्तान का दावा है कि वह आतंकवाद से बुरी तरह पीड़ित है. ये असल में सच से कोसों दूर है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस बात से भली भांति परिचित है कि पाकिस्तान आतंकवाद का गढ़ है.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
इमरान खान ने कहाः अगर भारत हमला करेगा, तो पाकिस्तान जवाब देगा
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को अपने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, "अगर आप (भारत सरकार) सोचते हैं कि आप हम पर हमला करेंगे और हम जवाब देने के बारे में नहीं सोचेंगे..हम जवाब देंगे. हमारे पास जवाब देने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचेगा. हम सभी जानते हैं कि युद्ध शुरू करना आसान है..लेकिन यह हमें कहां ले जाएगा, केवल ईश्वर जानता है."
खान ने कहा कि भारत सरकार ने बिना सबूत के पुलवामा हमले का आरोप पाकिस्तान पर लगाया. इसके अलावा उन्होंने जोर देकर कहा कि मामले को केवल बातचीत से ही सुलझाया जा सकता है.
उन्होंने कहा, "इससे पाकिस्तान को क्या फायदा होगा? पाकिस्तान ऐसी चीजें क्यों करेगा, जब वह शांति की दिशा में बढ़ रहा है. यह हमारे हित में है कि कोई भी हमारी जमीन का उपयोग हिंसा फैलाने के लिए न करे. मैं भारत सरकार को कहना चाहता हूं कि पाकिस्तान में किसी के भी खिलाफ अगर सबूत पाया जाएगा तो हम कार्रवाई करेंगे."
बता दें, भारत ने जम्मू-कश्मीर में 14 फरवरी को हुए आत्मघाती हमले के लिए इस्लामाबाद को जिम्मेदार ठहराया है, जिसके बाद खान की तरफ से यह प्रतिक्रिया आई है. पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने हमले की जिम्मेदारी ली थी.