सरकार 6 किश्तों में जारी करेगी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड

बॉन्ड्स शेड्यूल कमर्शियल बैंकों के जरिए बेचे जाएंगे

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 बॉन्ड्स शेड्यूल कमर्शियल बैंकों के जरिए बेचे जाएंगे
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बॉन्ड्स शेड्यूल कमर्शियल बैंकों के जरिए बेचे जाएंगे
(प्रतीकात्मक फोटो) 

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केंद्र सरकार ने 13 अप्रैल को सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जारी करने का ऐलान कर दिया है. सरकार ने ये फैसला रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के साथ सलाह-मशविरा के बाद लिया है. वित्त मंत्रालय ने अपनी प्रेस रिलीज में बताया कि गोल्ड बॉन्ड्स को अप्रैल 2020 से सितंबर 2020 के बीच 6 किश्तों में जारी किया जाएगा.

पहली किश्त को 2020-21 Series I नाम दिया गया है और 20-24 अप्रैल तक इसका सब्सक्रिप्शन लिया जा सकेगा. ये किश्त 28 अप्रैल को जारी की जाएगी. आखिरी किश्त 2020-21 Series VI को 31 अगस्त से 4 सितंबर तक सब्सक्राइब किया जा सकेगा. ये 8 सितंबर को जारी होगी.

प्रेस रिलीज में कहा गया है कि बॉन्ड्स शेड्यूल कमर्शियल बैंकों के जरिए बेचे जाएंगे. हालांकि इसमें छोटे फाइनेंस बैंक और पेमेंट बैंक शामिल नहीं हैं. इसके अलावा स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (SHCIL), पोस्ट ऑफिस, NSE और BSE भी ये गोल्ड बॉन्ड्स बेच सकेंगे.  

प्रेस रिलीज के मुताबिक, बॉन्ड्स की बिक्री निवासी व्यक्ति, हिंदू अनडिवाइडेड फैमिली (HUFs), ट्रस्ट, यूनिवर्सिटी और चैरिटेबल संस्थानों तक ही सीमित होगी. वहीं, सबसे कम निवेश की सीमा 1 ग्राम गोल्ड की होगी. बॉन्ड की अवधि 8 साल की होगी और पांचवे साल के बाद एग्जिट ऑप्शन मिलेगा.

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बॉन्ड की कीमत?

प्रेस रिलीज कहती है कि बॉन्ड की कीमत भारतीय रुपये में तय की जाएगी. इंडियन बुलियन और ज्वेलर एसोसिएशन लिमिटेड सब्सक्रिप्शन पीरियड से पहले के हफ्ते के आखिरी तीन कामकाजी दिनों में 999 प्यूरिटी गोल्ड का जो भी क्लोजिंग प्राइस पब्लिश करेगा, बॉन्ड की कीमत उसके औसत से तय होगी.

इसके अलावा प्रेस रिलीज में बताया गया है कि ऑनलाइन सब्सक्राइब और डिजिटली भुगतान करने वालों के लिए गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस 50 रुपये प्रति ग्राम कम होगा.

ब्याज दर कितनी होगी?

प्रेस रिलीज में कहा गया है कि निवेशकों को 2.50 प्रतिशत सालाना की दर से नॉमिनल वैल्यू पर साल में दो बार ब्याज मिलेगा. गोल्ड बॉन्ड पर ब्याज इनकम टैक्स एक्ट 1961 (43 of 1961) के प्रावधानों के तहत मिलेगा. गोल्ड बॉन्ड बेचने पर कैपिटल गेन्स टैक्स नहीं लगेगा.

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