Home News India PM के संबोधन की खास बातें, ‘गीता के 18 अध्याय, GST की 18 वीं बैठक’
PM के संबोधन की खास बातें, ‘गीता के 18 अध्याय, GST की 18 वीं बैठक’
GST लॉन्च के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद को संबोधित किया
द क्विंट
भारत
Updated:
i
GST लॉन्च के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद को संबोधित किया (फोटो: PTI)
null
✕
advertisement
GST लॉन्च के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद को संबोधित किया. संसद के सेंट्रल हॉल में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्ट्रपति और ज्यादातर दलों के नेता जुटे हुए हैं.
प्रधानमंत्री के संबोधन की खास बातें:
ये संयोग है कि गीता के 18 अध्याय हैं और आज GST काउंसिल की भी 18वीं बैठक है.
125 करोड़ देशवासियों के लिए खस है GST, इसमें गरीबों के लिए सारी सुविधाएं हैं.
सरदार पटेल ने रियासतों को मिलाया था, GST से आर्थिक एकीककरण होगा, आधुनिकता की तरफ से बढ़ेगा देश.
29 राज्य 7 केंद्र शासित प्रदेशों में अलग-अलग प्रकार के 500 टैक्सों से निजात मिल गई है. एक देश एक टैक्स का सपना साकार होकर रहेगा.
अल्बर्ट आइंस्टीन ने बड़ी मजेदार बात कहा था, दुनिया में सबसे मुश्किल है इनकम टैक्स को समझना, मैं सोचता हूं अगर वो यहां होते तो पता नहीं क्या सोचते ?
प्रॉडक्ट जब बाहर जाता है तो राज्यों के अलग-अलग टैक्स के कारण दाम अलग होता है. ऐसे में GST के आने के बाद समानता आ सकेगी.
GST से भ्रष्टाचार, कालाधन खत्म होगा.
गंगानगर से इटानगर और लेह से लेकर लक्षद्वीप तक ‘वन नेशन वन टैक्स’
मैं आपसे आग्रह करता हूं कि अफवाहों के बाजार को बंद किया जाएगा.
भारत में जो पूंजी निवेश करना चाहते हैं उन्हें GST लागू होने के बाद आसानी होगी.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
GST का मतलब है ‘गुड एंड सिंपल टैक्स’
ये जो दिशा हम सबने निर्धारित की है, किसी एक दल या सरकार की सिद्धी नहीं है, ये हम सबकी सांझी विरासत है.
GST न्यू इंडिया की व्यवस्था है, डिजीटल भारत की व्यवस्था है, सिर्फ टैक्स रिफॉर्म की व्यवस्था नहीं है आर्थिक और सामाजिक रिफॉर्म की व्यवस्था है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)