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गुजरात में दलित महिला का गैंगरेप के बाद मर्डर,लाश पेड़ पर लटकाई 

आरोपियों ने लाश को पेड़ से लटका दिया ताकि ये सुसाइड का केस लगने लगे

क्विंट हिंदी
भारत
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पुलिस ने दलित लड़की के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करने से इनकार कर दिया था 
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पुलिस ने दलित लड़की के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करने से इनकार कर दिया था 
(फोटो: क्विंट हिंदी)

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उत्तरी गुजरात में निर्भया की तरह ही गैंगरेप का एक और खौफनाक मामला सामने आया है. ‘द हिंदू’ की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तरी गुजरात में 19 साल की दलित लड़की का अपहरण कर उसके साथ गैंगरेप किया गया. फिर उसकी हत्या कर लाश पेड़ पर लटका दी गई.

पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ अपहरण, गैंगरेप और मर्डर का केस दर्ज किया है. 8 जनवरी को अहमदाबाद के सिविल हॉस्पिटल के डॉक्टरों के पैनल ने लड़की के मृत शरीर का पोस्टमॉर्टम किया.

चार लोगों ने कथित तौर पर लड़की का पहले अपहरण किया और फिर उसके साथ रेप किया. इसके बाद लड़की की हत्या कर दी. इसके बाद उन्होंने लड़की की लाश को पेड़ से लटका दिया, जिससे कि ये सुसाइड का केस लगे.

पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने से कर दिया था इनकार

लड़की 31 दिसंबर को लापता हो गई थी इसके बाद लड़की के परिवार ने 3 जनवरी को पुलिस से संपर्क किया और एफआईआर दर्ज करने की गुहार की लेकिन स्थानीय पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने से मना कर दिया.

स्थानीय पुलिस इंस्पेक्टर एनएल राबड़ी ने परिवार को बताया लड़की सुरक्षित थी और अपने ही समुदाय के एक लड़के के साथ भागी थी. दोनों ने शादी कर ली थी इसलिए केस दर्ज करने की जरूरत नहीं थी.

कुछ दिनों बाद 5 जनवरी को उसका शरीर पेड़ से लटका हुआ मिला. परिवार वालों ने लड़की का शव लेने से मना कर दिया, उनका कहना था कि ये सुसाइड नहीं मर्डर है.

फिर मंगलवार यानी 7 जनवरी को पुलिस ने चार लोगों बिमल भरवाड़, दर्शन भरवाड़, सतीश भरवाड़ के खिलाफ एफआईआर दर्ज की. एफआईआर दर्ज होने के बाद परिवारवालों ने लड़की का शव लेने के लिए तैयार नहीं हुए. बाद में इउसकी लाश को अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया. हजारों दलितों के थाने के बाहर प्रदर्शन करने के बाद इस केस में आईपीसी और एससी एसटी एक्ट की धाराओं के तहत केस दर्ज हुआ है.

(द हिंदू के इनपुट के साथ)

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Published: 09 Jan 2020,02:14 PM IST

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