Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019गुजरात चुनाव पर क्विंट की स्पेशल कवरेज, ग्राउंड जीरो से रिपोर्टिंग

गुजरात चुनाव पर क्विंट की स्पेशल कवरेज, ग्राउंड जीरो से रिपोर्टिंग

क्विंट हिंदी के रिपोर्टर पहुंचाएंगे गुजरात की जनता की आवाज

द क्विंट
भारत
Updated:
गुजरात की आवाज, क्विंट हिंदी पर
i
गुजरात की आवाज, क्विंट हिंदी पर
(फोटो: क्विंट)

advertisement

गुजरात विधानसभा की तारीखों का ऐलान हो चुका है. चुनाव दो फेज में कराए जाएंगे. पहला फेज होगा 9 दिसंबर को और दूसरा 14 दिसंबर. नतीजे आएंगे 18 दिसंबर को. क्विंट हिंदी ने की है आप तक चुनाव की हर खबर पहुंचाने के लिए खास तैयारी. गुजरात की जनता क्या चाहती है, क्या हैं वो मुद्दे जिनपर रहेगी सबकी नजर. कौन से चेहरे खास होने वाले हैं. चुनाव का रुख किस ओर जा रहा है. हम हर खबर पहुंचाएंगे. हमारे रिपोर्टर गुजरात की तमाम विधानसभाओं में पहुंच कर जुटाएंगे जानकारी और पहुंचाएंगे खबरों के अंदर की खबर.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

इस बार गुजरात चुनाव में क्या रहेगा खास

  • चुनाव में VVPAT का होगा इस्तेमाल
  • गुजरात में अभी से आचार संहिता लागू
  • कुल पोलिंग बूथ की संख्या- 50,128.
  • दिव्यांगों के लिए पोलिंग बूथ पर विशेष सुविधा होगी
  • 102 पोलिंग बूथ ऐसे जो पूरी तरह महिलाएं मैनेज करेंगीं
  • चुनाव संबंधित सभी दिशा-निर्देश गुजराती भाषा में भी होंगे जारी
  • नामांकन की वीडियोग्राफी कराई जाएगी
  • अहम बॉर्डर चेक पोस्ट पर सीसीटीवी लगेंगे
  • कुछ पोलिंग बूथ पर भी लगेंगे सीसीटीवी कैमरे
  • सभी बड़ी चुनावी रैली की रिकॉर्डिंग होगी
  • फ्लाइंग स्क्वॉयड की गाड़ियों की निगरानी GPS से
  • चुनाव खर्च के लिए विशेष बैंक खाते
  • एक उम्मीदवार 28 लाख तक खर्च कर सकता है
  • पेड न्यूज से निपटने के लिए खास इंतजाम
  • गुजरात के चुनाव आयुक्त को पेड न्यूज के बारे में निर्देश जारी
  • सिनेमा और सोशल मीडिया विज्ञापन पर भी रहेगी नजर

ये भी पढ़ें: अल्पेश का कांग्रेसी हो जाना गुजरात में BJP की सबसे बड़ी मुसीबत है?

गुजरात में चार का वार- बेड़ा पार या बंटाधार

गुजरात में 22 साल से बीजेपी सत्ता में है. लेकिन इस बार चुनौती कड़ी रहने वाली है. कुछ नए खिलाड़ी मैदान में हैं जो पूरा खेल बिगाड़ सकते हैं. हार्दिक पटेल, पाटीदार-पटेल समर्थकों के दम पर ‘सबसे अच्छी डील’ की तलाश में हैं तो ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर कांग्रेस के साथ हाथ मिला चुके हैं. जिग्नेश मेवाणी किस तरफ जाएंगे, अबतक तय नहीं है. कांग्रेस जहां इस तिकड़ी में से एक को रिझा चुकी है तो बाकियों को रिझाने की कोशिशें जारी हैं. गुजरात चुनाव, पीएम मोदी और बीजेपी अमित शाह की जोड़ी के लिए बड़ा इम्तेहान साबित होने वाले हैं.

ये भी पढ़ें: गुजरात में बीजेपी विरोध की बिखरी ताकतें लामबंद हो रही हैं

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 25 Oct 2017,02:54 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT