Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019रॉय मैथ्‍यू मामला: द क्‍व‍िंट को चाहिए जवाब, जो अब तक दिए नहीं गए

रॉय मैथ्‍यू मामला: द क्‍व‍िंट को चाहिए जवाब, जो अब तक दिए नहीं गए

गनर रॉय मैथ्यू की बॉडी उसकी मौत के चार दिन बाद मिली थी. 

द क्विंट
भारत
Updated:
लांस नायक रॉय मैथ्यू (फोटो: <b>The Quint</b>))
i
लांस नायक रॉय मैथ्यू (फोटो: The Quint))
null

advertisement

'द इंडियन एक्सप्रेस' ने 28 मार्च को प्रकाशित अपनी रिपोर्ट में बताया कि नासिक पुलिस ने आर्मी की शिकायत के आधार पर पूनम अग्रवाल के खिलाफ केस दर्ज किया है. उनके ख‍िलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने (दस साल तक की जेल) और आपराधिक अतिक्रमण (ऑफिशियल सिक्रेट एक्ट की धारा 3 (जासूसी) और धारा 7 के तहत मामले दर्ज किए गए हैं.

द क्विंट ने 24 फरवरी को एक वीडियो पब्लिश किया था, जिसमें जवानों के साथ हो रहे बुरे बर्ताव के बारे में बताया गया था. सेना ने हाल ही में एक सर्कुलर जारी किया था, जिसमें कहा गया कि 'सहायक' का दुरुपयोग न किया जाए. वीडियो में जवानों की पहचान को जाहिर नहीं किया गया था. लेकिन वीडियो में दिखाए गए जवानों में से एक की मौत होने के बाद द क्विंट ने 3 मार्च को इस स्टोरी को हटा दिया था, ताकि बाकी जवानों को कोई ऑफिसर परेशान न करें. वीडियो हटाने से पहले जांच के बिंदुओं को भी ध्यान में रखा गया.

ऐसे हुई इस स्टोरी की शुरुआत

स्टोरी की शुरुआत सेना के एक जवान द्वारा 31 जनवरी को फेसबुक पर पोस्ट की गई सेल्फी वीडियो से होती है, जिसमें लांसनायक यज्ञ प्रताप सिंह सिस्टम में 'सहायकों' के दुरुपयोग के बारे में बताता है. ये वीडियो वायरल हो जाता है.

वीडियो वायरल होने के बाद देवलाली से एक रिटायर ऑफिसर (कर्नल सुखवंत सिंह) क्विंट की इनवेस्टीगेशन एसोसिएट एडिटर पूनम अग्रवाल को ट्विटर के जरिए संपर्क करते हैं. ऑफिसर, पूनम से देवलाली पहुंचकर सहायकों की असल स्थिति खुद देखने के लिए कहते हैं. इसके बाद वो पूनम को एक शख्स के संपर्क में रहने के लिए बोलते हैं, जो कारगिल वॉर के अनुभवी सिपाही और ऑपरेशन पराक्रम के हीरो हैं. ये सोर्स पूनम को स्टोरी के बारे में गाइड करता है कि कैसे सिस्टम में सहायक का दुरुपयोग हो रहा है.

वीडियो और खत आर्मी पीआरओ को भेजा गया

24 फरवरी को स्टोरी पब्लिश होने के बाद पूनम नई दिल्ली में आर्मी पीआरओ को वीडियो के साथ एक मेल भेजती हैं और आर्मी से निम्नलिखित सवालों के जवाब के लिए अनुरोध करती हैं.

  • संसद की एक स्थाई समिति ने सेना से 'सहायक' सिस्टम खत्म करने की सिफारिश की थी. उस रिपोर्ट पर रक्षा मंत्रालय ने क्या कार्रवाई की है?
  • क्या सेना और रक्षा मंत्रालय सिस्टम को खत्म करने के लिए कोई कोशिश कर रहे हैं?
  • मेरी स्टोरी में ये सामने आया है कि कैसे शांति वाले स्टेशनों पर भी आर्मी ऑफिसर के परिवारवाले जवानों से अपने नौकरों वाले काम कराते हैं. आप जवानों के इस अपमान को रोकने के लिए क्या कार्रवाई करेंगे?

आर्मी पीआरओ ने 28 फरवरी को मेल का जवाब भेजा. उन्होंने जवाब में कहा कि इस बारे में रक्षा मंत्रालय के पास एक प्रस्ताव लंबित पड़ा है. हालांकि स्टोरी पर उनका कहना था कि किसी भी स्तर पर अपने कर्मचारी या सैनिक के साथ दुर्व्यवहार करना आर्मी एक्‍ट के तहत अपराध है.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

गनर रॉय मैथ्यू गायब हुए

28 फरवरी को लांस नायक रॉय मैथ्यू के भाई ने पूनम से फेसबुक मैसेंजर पर संपर्क किया और बताया कि वो मैथ्यू से किसी तरह का संपर्क नहीं कर पा रहे हैं.

मैथ्यू ने 25 फरवरी को अपनी पत्नी को कॉल किया था, उसके बाद उनका कोई अता-पता नहीं चल पाया. परिवार वालों ने पूनम से मदद मांगी और उन कॉनटेक्ट की डिटेल दी जिन्हें मैथ्यू रिपोर्ट करता था. इनमें कर्नल अनिल जेठानिया थे. एक मार्च को, पूनम ने कर्नल से बात करने के लिए काफी कोशिशें कीं, लेकिन उनका नंबर पहुंच से बाहर रहा. इसके बाद कुछ दिनों तक मैथ्यू का परिवार पूनम के संपर्क में रहा.

2 मार्च को मैथ्यू का कजन पूनम को कॉल करता है और पता चलता है कि मैथ्यू का शव मिला है. उसकी बॉडी देवलाली छावनी के एक ऐसे बैरक में लटकी मिलती है, जहां किसी का आना-जाना नहीं था. बॉडी डिकंपोज हो चुकी होती है, जिससे अंदाजा लगाया गया कि चार दिन पहले उसकी मौत हो चुकी थी. मैथ्यू के पिता फोन पर पूनम से बात कर ये आरोप लगाते हैं कि उनके बेटे की सेना ने हत्या की है.

परिवार को मैथ्यू के गायब होने की रिपोर्ट कराने से रोका गया

3 मार्च को मैथ्यू की बहन बताती हैं कि 1 मार्च को पिता के पास कर्नल जेठानिया का फोन आया और वे गायब हुए व्यक्ति की रिपोर्ट लिखवाने से मना करने लगे, जबकि 2 मार्च को मैथ्यू का शव मिला.

एडवांस पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया कि गनर रॉय मैथ्यू की मौत अप्राकृतिक है, जो कि लटकने के कारण asphyxiation (सांस रुक जाने) की वजह से हुई. पूनम को 22 मार्च को पूछताछ के लिए बुलाया गया. उन्होंने पुलिस को सभी जानकारी और सबूत दिए, साथ ही वीडियो स्टोरी की रॉ फुटेज भी दी, जिससे जवानों के उत्पीड़न के बारे में पता चलता है.

द क्विंट को कोई FIR या फॉर्मल कम्यूनिकेशन नासिक पुलिस की पुलिस की तरफ से नहीं मिली है.

द क्विंट के पास नासिक में पूनम की पूछताछ होने के बाद कोई फॉर्मल अपडेट नहीं है.

अब पूनम ने कर्नल अनिल जेठानिया के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. अधूरे रह गए सवालों के जबाव पूछे हैं.

इस स्‍टोरी को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए ल‍िंक पर क्‍ल‍िक करें:

Gunner Roy Mathew’s Death: The Quint Asks the Unanswered Questions

WhatsApp के जरिये द क्‍व‍िंट से जुड़ि‍ए. टाइप करें “JOIN” और 9910181818 पर भेजें

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 29 Mar 2017,11:32 AM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT