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वाराणसी में ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी मामले में ज्ञानवापी सर्वे का काम पूरा हो चुका है. ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे (Gyanvapi Masjid Survey) के तीसरे दिन एडवोकेट कमिश्नर की टीम और विवाद से जुड़े सभी लोग सर्वे स्थल पहुंच गए. पुलिस ने सर्वे से पहले इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया. सुरक्षा के मद्देनजर बांस फाटक से गदौलिया तक पुलिस ने पैदल मार्च किया. एसीपी दशाश्वमेध अवधेश पांडेय, साथ मे रामनगर थाना प्रभारी अश्वनी पांडेय और दशाश्वमेध थानाध्यक्ष आशीष मिश्र भी ज्ञानवापी परिसर के पास मौजूद रहे.
मीडिया को आज भी मस्जिद परिसर से दूर रोका गया, हालांकि कल इस बात को लेकर के पुलिस और पत्रकारों में झड़प भी हुई थी.
अदालत के आदेश पर वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद परिसर की वीडियोग्राफी का सर्वे रविवार को लगातार दूसरे दिन शांतिपूर्वक किया गया था, जिसमें 65% सर्वे पूरा हो गया था. कोर्ट से निर्धारित आज सर्वे का तीसरा दिन होगा.
यह सर्वे पिछले हफ्ते मस्जिद समिति की आपत्तियों के बीच रोक दिया गया था, जिसमें दावा किया गया था कि सर्वे के लिए अदालत से नियुक्त अधिवक्ता आयुक्त को परिसर के अंदर फिल्म बनाने का अधिकार नहीं था.
ज्ञानवापी मस्जिद प्रतिष्ठित काशी विश्वनाथ मंदिर के करीब स्थित है और स्थानीय अदालत महिलाओं के एक समूह के इसकी बाहरी दीवारों पर मूर्तियों के सामने दैनिक प्रार्थना की अनुमति मांगने की याचिका पर सुनवाई कर रही है.
कोर्ट की ओर से नियुक्त कमिश्नर इस सर्वे एवं वीडियोग्राफी पर अपनी रिपोर्ट 17 मई को कोर्ट में सौंपेंगे. इस सर्वे के लिए सुबह आठ बजे से 12 बजे तक समय तय है.
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ज्ञानवापी मस्जिद के दूसरे दिन के सर्वे के बाद हिंदू पक्ष ने दावा किया था कि सर्वे में जो मिल रहा है, वो उनके पक्ष में है और उन्हें उम्मीद से ज्यादा मिल गया है. हालांकि, कोर्ट की ओर से गोपनीयता को लेकर सख्त हिदायत की वजह से कोई भी पक्ष इसे लेकर सीधे तौर पर कुछ बोलने को तैयार नहीं है.
आज का सर्वे पूरा होने के बाद सर्वे की विडिओग्राफी की चिप कोर्ट की ओर से नियुक्त कमिश्नर को सौंप दी जाएगी.
जिलाधिकारी वाराणसी कौशल राज शर्मा ने ज्ञानवापी मस्जिद प्रकरण पर बयां जारी कर कहा कि, "वाराणसी के ज्ञानवापी, श्रृंगार गौरी कोर्ट कमिशन सर्वे को लेकर अगर किसी ने कोई बात कही है या किसी बात का दावा किया है तो यह उनकी व्यक्तिगत राय हो सकती है. ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी मामले में कोर्ट कमिश्नर द्वारा रिपोर्ट पेश करने के बाद कोई भी बात कोर्ट के द्वारा ही बताया जाएगा। किसी की बात पर कोई ध्यान देने की आवश्यकता नहीं है."
ज्ञानवापी मस्जिद मामले में वादी लक्ष्मी के पति सोहनलाल आर्य ने दावा किया, जिसकी नंदी प्रतीक्षा कर रही थी, वह बाबा मिल गए हैं. वहीं मुस्लिम पक्ष ने कहा कि कोर्ट फैसला करेगा.
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