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हरिद्वार (Haridwar) से कांवड़ लेकर जा रहे मुफ्फरनगर के सेना के जवान कार्तिक बालियान की डाक कांवड़ निकालने के विवाद में पीट-पीट कर हत्या कर दी गई. घटना 26 जुलाई की है, जब रुड़की जिले के मंगलौर में कावड़ निकालने के विवाद को लेकर कांवड़ियों के दो गुट आपस में भिड़ गए. विवाद में शामिल कावड़ियों का एक दल हरियाणा के पानीपत से तो दूसरा दल उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से है. हरियाणा के कांवड़ियों पर आरोप है लाठी-डंडों से पीट-पीटकर कार्तिक की हत्या कर दी. इस पूरी घटना में उत्तराखंड पुलिस ने गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज करते हुए 6 लोगों की गिरफ्तारी की है.
देखते ही देखते दोनों पक्षों में मारपीट के साथ लाठी डंडे चल गए. झगड़े में फौजी कार्तिक गंभीर रूप से घायल हो गए थे. नाजुक हालत में उन्हें मंगलौर अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. कांवड़िये की मौत की खबर मिलते ही उत्तराखंड पुलिस में हड़कंप मच गया.
इसी बीच आरोपी कांवड़िए मौके से फरार हो गए. बताया जा रहा है कि मुजफ्फरनगर की छपार पुलिस ने फरार चार आरोपियों को दबोच लिया, जिन्हें उत्तराखंड पुलिस के सुपुर्द किये जाने की खबर है. यह भी कहा गया है कि सिसौली के कावंड़ियों ने आरोपियों को बरला के पास घेर लिया था. मारपीट के बाद उन्हें पकड़कर छपार पुलिस को दिया गया है.
कार्तिक के साथी ओमेंद्र ने पुलिस को बताया कि डाक कांवड़ के दौरान नगला इमरती ओवरब्रिज के पास उनकी डाक कांवड़ हरियाणा वालों से आगे हो गई थी. इसको लेकर हरियाणा के कांवड़ियों ने उनके आगे अपनी बाइक लगा दी और मारपीट की, इसमें कार्तिक को चोट आई.
ओमेन्द्र ने बताया कि कार्तिक बालियान ने 2016 में आर्मी जॉइन की थी. कांवड़ उठाने के लिए वह छुट्टी पर आया था. गमगीन माहौल के बीच देर शाम कार्तिक का अंतिम संस्कार कर दिया गया.
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